बिना परमिशन हो रहा है स्कूली बच्चों को लाने ले जाने का काम, आठ पर की कार्रवाई
मंत्री से भी मिला आश्वासन…
उज्जैन।पिछले दिनों उन्हेल में स्कूल वाहन हादसे में चार बच्चों की मौत हो गई थी। इसके बाद से ही परिवहन विभाग द्वारा लगातार स्कूली वाहनों पर कार्रवाई कर रहा है। दो दिन तक नागदा के बाद आज सुबह से उज्जैन में कार्रवाई शुरू की गई। कुछ ऑटो के चालान बनाए तो वे नाराज होकर उज्जैन उत्तर क्षेत्र के विधायक पारस जैन के निवास पर पहुंच गए।
आज सुबह आरटीओ की टीम आगर रोड स्थित सेंटपाल स्कूल पहुंची। बच्चों को स्कूल ला रहे ऑटोवालों को रोका और उनके कागजात चेक करना शुरू किए। इसके बाद स्कूल से संबंधित परमिशन मांगी तो ऑटो वाले इधर-उधर देखने लगे और कहा कि इस तरह की परमिशन तो नहीं हैं।
इसके बाद आरटीओ ने ऑटो जब्ती और जुर्माने की कार्रवाई शुरू कर दी। इससे वे शोर मचाने लगे। आरटीओ ने आठ ऑटो वालों पर जुर्माना किया। टीम ने अन्य स्कूलों के बच्चों को ले जा रहे ऑटोवालों को भी रोका गया।
कार्रवाई से नाराज होकर ऑटोवाले एकत्रित होकर उज्जैन उत्तर क्षेत्र के विधायक पारस जैन के निवास उत्तम नगर पहुंच गए। इस बीच हीरा मिल रोड से मंत्री डॉ. मोहन यादव का वाहन उधर से निकला तो ऑटो वालों ने उन्हें रोक लिया। डॉ. यादव ने आश्वासन देते हुए कहा कि देखते हैं मामला क्या है और उनका वाहन आगे चल दिया।
स्कूल की परमिशन जरूरी ऑटो हो पीले रंग का..
आरटीओ के अधिकारियों ने बताया कि अभी जो भी ऑटो स्कूल के बच्चों को ले जाते हैं वे थ्रीप्लस वन के हैं। यानी सवारी के ऑटो हैं, लेकिन 10-12 बच्चे बैठाए जा रहे हैं। इन्हें स्कूल से परमिशन लेने के बाद इस पर पीला रंग करवाना होगा ताकि दूर से पहचान में आ सके।
स्कूली वाहन होने के बाद ऑटो वाले पैसेंजर नहीं ले जा सकेंगे। अभी ऑटा ेचालक स्कूल के बच्चे छोडऩे के बाद शेष समय में सवारियां ले जाते हैं। उनकी परेशानी यह है कि यदि वे पीले रंग का ऑटो करवाते हैं तो पैसेंजर नहीं बैठा सकेंगे और दिनभर या अवकाश के दिन क्या करेंगे।