अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:पुराने शहर में नशेडिय़ों का आतंक इस कदर बढ़ता जा रहा है कि बेसुध होकर थाने के बाहर ही पड़े नजर आते हैं। खास बात यह कि नशे की लत पूरी करने के लिये एक-दूसरे को लूटने से भी परहेज नहीं कर रहे। गुरुवार शाम ऐसी ही घटना खाराकुआं थाने के बाहर हुई। पुलिस यहां पहुंची भी लेकिन कार्रवाई कुछ न हो सकी और थाना प्रभारी खुद कहते नजर आये कि नशेडिय़ों के कारण सब परेशान हैं।
अक्षरविश्व लाइव…. शराबी की जेब से निकाल लिए पर्स और मोबाइल, लोगों ने पकड़ लिया
खाराकुआं थाने के सामने मुख्य मार्ग पर अज्ञात शराबी नशे में धुत्त बेसुध पड़ा था। वाहन चालक उसे देखते हुए आसपास से गुजर रहे थे। कुछ देर बाद दो युवक उसके पास आये और उठाकर खाराकुआं थाने के बगल की गली में ले गये। यहां उक्त युवकों ने शराब के कपड़ों की तलाशी ली और पेंट की जेब से मोबाइल व पर्स निकालकर जाने लगे। आसपास के लोग भी इस घटनाक्रम पर नजर रखे हुए थे।
उन्हें जैसे ही भनक लगी कि शराब को लूटकर दोनों युवक जा रहे हैं तो उनकी घेराबंदी की। इस दौरान एक युवक भागने में सफल हो गया जबकि दूसरा लोगों के हत्थे चढ़ गया जिसकी सार्वजनिक धुनाई शुरू हो गई। पकड़ाये युवक ने शराबी का मोबाइल और पर्स लोगों को लौटा दिया। लोग उसे पकड़कर थाने की ओर ले जाने लगे लेकिन वह लोगों को धक्का देकर भागने में सफल हो गया। थाना प्रभारी अपने कैबिन में थे। शोर सुनकर वह यहां आये। लोगों ने उन्हें घटनाक्रम बताया तो उन्होंने कहा कि क्षेत्र में नशेडिय़ों का आतंक बढ़ता जा रहा है। एक स्मैकची को कुछ देर पहले ही थाने में बैठाया था।
अहाते हुए बंद, सड़कों पर शराबखोरी
शासन द्वारा शराब दुकानों के पास संचालित होने वाले अहातों को बंद कर दिया गया है। यही कारण है कि अब शराब दुकान के आसपास खड़े होकर लोग शराबखोरी करते हैं और अधिक नशा होने के बाद सड़कों पर पड़े नजर आते हैं। वहीं दूसरी ओर शहर में स्मैक पावडर का व्यवसाय भी तेजी से फैल रहा है। स्मैक का नशा करने वाले लोग नशे की लत पूरी करने के लिये चोरी और लूट की वारदात को भी अंजाम दे रहे हैं। खाराकुआं थाने के बाहर हुआ उक्त घटनाक्रम इसी का परिणाम था, जबकि पुलिस अफसर ऐसे लोगों पर कार्रवाई न करते हुए स्वयं की लाचारी बयां कर रहे हैं।
1.खाराकुआं थाने के ठीक सामने नशे में बेसुध शराबी।
2.दूसरे नशेड़ी आए, सहानुभूति दिखाकर शराबी को उठाया।
3.हाथ पकड़कर लूट के इरादे से थाने की पास की गली में ले गए।
4.नागरिकों को हरकत का पता चला तो हुई पिटाई। बचकर भाग निकले।