उज्जैन:काढ़ा और गोलियों से बढ़ाएं इम्युनिटी सिस्टम, कोरोना के टेंशन से रहें मुक्त

By AV NEWS

शासकीय आयुर्वेदिक अस्पताल चिमनगंज में किट मिल रही नि:शुल्क

उज्जैन।पिछले वर्ष कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के दौरान आयुर्वेदिक अस्पताल के चिकित्सकों ने लोगों को संक्रमण से बचाव के लिये न सिर्फ प्रेरित किया बल्कि त्रिकटू चूर्ण और गोलियां मुफ्त घर घर बांटकर लोगों को इम्यूनिटी सिस्टम बढ़ाए रखने की समझाइश भी दी थी। वर्तमान में कोरोना की दूसरी लहर से बड़ी संख्या में लोग प्रभावित हो रहे हैं। सरकारी और प्रायवेट अस्पतालों में बेड फुल हो चुके हैं ऐसे में आयुर्वेदिक काढ़ा और गोलियों का नियमित सेवन कर लोग इम्युनिटी सिस्टम बढ़ाकर कोरोना के टेंशन से मुक्त हो सकते हैं।

आयुर्वेदिक अस्पताल चिमनगंज के अधीक्षक डॉ. ओ.पी. शर्मा ने चर्चा में बताया कि पिछले वर्ष कोरोना संक्रमण फैलने और शहर में लॉकडाउन लगा होने के बीच अस्पताल की टीम ने विधायक, पार्षदों के माध्यम से घर-घर त्रिकटू चूर्ण और संक्षमणी वटी गोलियां बांटकर लोगों को नियमित सेवन की समझाइश दी थी। लोगों ने आयुर्वेदिक दवाओं का सेवन कर अपना इम्युनिटी सिस्टम बढ़ाकर कोरोना संक्रमण को तेजी से फैलने से न सिर्फ रोका बल्कि घरों में स्वस्थ भी रहे। डॉ. शर्मा के अनुसार वर्तमान में कोरोना संक्रमण की चपेट में बढ़ी संख्या में हर उम्र वर्ग के लोग आ रहे हैं। इसी के चलते 8 मार्च से अस्पताल में अलग से काउंटर लगाकर स्टाफ द्वारा मुफ्त किट दी जा रही है। एक किट एक परिवार के लिये पर्याप्त होती है। त्रिकटू चूर्ण, गोलियां और अणु तेल का उपयोग करने से कोरोना संक्रमण की रफ्तार को कम किया जा सकता है।

पिछले वर्ष 8 लाख पैकेट घर-घर किये थे वितरित
अस्पताल अधीक्षक डॉ. शर्मा ने बताया कि पिछले वर्ष शहर में जनप्रतिनिधियों के माध्यम से त्रिकटू चूर्ण, संक्षेमणि वटी गोलियों के 8 लाख पैकेट वितरित किये थे। वर्तमान में प्रशासन द्वारा घर-घर दवा बांटने की सूचना प्राप्त नहीं हुई है, अस्पताल स्तर पर ही लोगों को मुफ्त दवा की किट दी जा रही है।

कलेक्टर, सीएमएचओ कर चुके दौरा
शहर के सरकारी कोविड अस्पताल फुल हैं, प्रतिदिन कोरोना मरीजों का ग्राफ बढ़ रहा है। इमरजेंसी उपयोग के मद्देनजर कलेक्टर आशीष सिंह, सीएमएचओ डॉ. महावीर खंडेलवाल चिमनगंज आयुर्वेदिक अस्पताल का दौरा कर चुके हैं। डॉ. शर्मा ने बताया कि अस्पताल में 45 बेड बिना ऑक्सीजन और 6 बेड ऑक्सीजन के उपलब्ध हैं। यदि इमरजेंसी आवश्यकता होती है तो इनका उपयोग कर सकते हैं, लेकिन प्रशासन द्वारा इस बारे में अभी तक निर्देश नहीं दिये गये हैं।

इम्युनिटी सिस्टम बढ़ेगा तो संक्रमण नहीं होगा
डॉ. शर्मा बताते हैं कि आयुर्वेदिक पद्धति 5 हजार वर्ष पुरानी है। उसी के अनुसार त्रिकटू चूर्ण, संक्षेमणि वटी और अणु तेल बनाया गया है जो इम्युनिटी सिस्टम बढ़ाने के साथ संक्रमण की चपेट में आने से लोगों को बचाता है। जब इम्युनिटी सिस्टम बढ़ा रहेगा तो संक्रमण का खतरा होगा ही नहीं।

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