उज्जैन:कार में आयकर आयुक्त की प्लेट लगाकर ठगी करने वाला इंदौर का नटवरलाल टावर से गिरफ्तार

By AV NEWS

पीडब्ल्यूडी देवास में नौकरी लगवाने के नाम पर 1 लाख रुपये लिए, दूसरी किस्त लेने आया तो पुलिस ने दबोचा

बेरोजगारों को नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपयों की ठगी करने वाले इंदौर के नटवरलाल को माधव नगर पुलिस ने टॉवर से गिरफ्तार कर उसके पास से इनोवा कार जिसमें आयकर आयुक्त की प्लेट लगी है जब्त की। उक्त व्यक्ति ने एक युवक को पीडब्ल्यूडी देवास में नौकरी दिलाने के नाम पर एक लाख रुपये की ठगी की और दूसरी किस्त लेने टॉवर पर आया था तभी पुलिस ने उसे दबोच लिया।

उज्जैन।पुलिस ने बताया कि सत्यनारायण सोलंकी पिता बनेसिंह 40 वर्ष निवासी केसरबाग परिसर ड्रायवर है लेकिन फिलहाल बेरोजगार था। 2 जून को उसकी परिचित दुलीचंद के यहां कार्यक्रम में दीपक बैरवा निवासी इंदौर से मुलाकात हुई। दीपक बैरवा स्वयं को आयकर आयुक्त बता रहा था। उसके गेटअप और इनोवा कार में लगी आयकर आयुक्त की प्लेट देखकर सत्यनारायण इम्प्रेस हुआ और दीपक से नौकरी दिलाने की बात कही। दीपक बैरवा ने सत्यनारायण को बताया कि देवास पीडब्ल्यूडी में वेकेंसी निकली है।

बांड भरने के लिये दो लाख रुपये देने होंगे। सत्यनारायण ने एक लाख रुपये की जुगाड़ की और दीपक को रुपये दे दिये, लेकिन उसने नौकरी नहीं लगवाई व एक लाख की दूसरी किस्त मांगने लगा। सत्यनारायण को शंका हुई तो उसने दीपक बैरवा की जानकारी एकत्रित की जिसमें पता चला कि दीपक आयकर आयुक्त नहीं है, वह अन्य लोगों से भी नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपये ठग चुका है। इस पर सत्यनारायण ने माधव नगर थाने पहुंचकर धारा 406, 419, 420 के तहत प्रकरण दर्ज कराया।

रुपये लेने आया और पकड़ा गया

दीपक इंदौर का रहने वाला है, लेकिन इनोवा कार में आयकर आयुक्त की प्लेट लगाकर उज्जैन आना-जाना करता है। सत्यनारायण ने दीपक की सच्चाई पता चलने के बाद थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई जिसके बाद दीपक को दूसरी किस्त के रुपये लेने टॉवर पर बुलाया। यहां माधव नगर पुलिस तैयार खड़ी थी। दीपक जैसे ही दीपक आयकर आयुक्त की प्लेट लगी इनोवा कार से टावर पर आया उसे पुलिस ने घेराबंदी कर पकड़ लिया। पहले तो उससे परिचय पत्र मांगा, जब दीपक झूठ बोलकर जाने का प्रयास करने लगा तो पुलिस उसे थाने ले आई व इनोवा कार क्रमांक एपमी 09 टीबी 0151 भी जब्त कर ली।

1 दर्जन से अधिक को ठगा

पुलिस सूत्रों ने बताया दीपक बैरवा अब तक उज्जैन ही नहीं दूसरे जिले के लोगों को भी ठग चुका है। शहर के एक दर्जन से अधिक लोग दीपक को नौकरी के नाम पर रुपये दे चुके थे, लेकिन उन्होंने अब तक थाने में शिकायत दर्ज नहीं कराई थी। अब जबकि पुलिस ने दीपक बैरवा के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया है तो ठगाये लोग थाने पहुंचकर दीपक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराएंगे।

इतने बड़े अधिकारी की कार कौन रोके…?

दीपक न सिर्फ कार के आगे आयकर आयुक्त इंदौर की प्लेट लगाकर घूम रहा था बल्कि उसमें भारत सरकार का लोगो भी डिजाइन करा रखा था। पुलिस अधिकारी भी उक्त कार को रोकने और पूछताछ की हिम्मत नहीं करते। यही कारण रहा कि दीपक कार से इंदौर से उज्जैन सहित अन्य जिलों में बिना टोल चुकाये घूमता और शहर में घूमने के दौरान भी उसे आज तक किसी पुलिस अधिकारी ने रोकने या कार में आयकर आयुक्त बैठे हैं या कोई ओर इसकी जांच तक नहीं की। पुलिसकर्मी वाहनों में लगी अधिकारियों की प्लेटा, म.प्र. शासन लिखे वाहन और पुलिस लिखे वाहनों की जांच नहीं करते। पूर्व में लोग अपने वाहनों में लाल बत्ती लगाकर और हूटर बजाकर रूवाब झाड़ते थे। केन्द्र सरकार द्वारा वीआईपी और वीवीआईपी के वाहनों से लाल बत्ती हटाने के आदेश जारी किए गए लेकिन लोग अब अपने वाहनों पर पोस्ट और भारत सरकार के मोनो लगाकर दुरूपयोग कर रहे हैं।

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