उज्जैन-अभियान को झटका : 14 तक स्टॉक मिलने पर असमंजस

By AV NEWS

सिर्फ दो हजार को वैक्सीन का स्टॉक बचा : सेकंड डोज के लिये कर सकते हैं उपयोग

उज्जैन।एक ओर विशेषज्ञों द्वारा कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर आने की संभावनाएं व्यक्त की जा रही हैं वहीं दूसरी ओर जिले में कोरोना वैक्सीन की आपूर्ति अटकने से अभियान को बड़ा झटका लगा है। अफसरों द्वारा 14 जुलाई तक वैक्सीन का स्टाक मिलने पर असमंजस की स्थिति बताई जा रही है।

पिछले 15 दिनों से कोरोना वैक्सीन की कमी के कारण वैक्सीनेशन महाअभियान पिछड़ता जा रहा है। जिला टीकाकरण विभाग द्वारा कम मात्रा में वैक्सीन की आपूर्ति होने के कारण सेंटरों को बंद करने, पहला डोज बंद कर सिर्फ दूसरा डोज लगाने, वैक्सीनेशन सेंटरों पर लोगों को टोकन बांटने जैसे फार्मूले अपनाये गये बावजूद इसके सेंटरों पर लगातार बढ़ती भीड़ और टोकन व्यवस्था फैल होने के बाद कई सेंटरों पर लोगों में विवाद की स्थिति भी बनी। लेकिन शासन स्तर पर मांग के अनुरूप आपूर्ति नहीं किये जाने के कारण वैक्सीनेशन सेंटरों को बंद भी करना पड़ा। अब तक टीकाकरण विभाग को शासन स्तर पर वैक्सीन की आपूर्ति नहीं की गई है।

जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. के.सी. परमार ने बताया कि सोमवार से फिर सेंटरों को चालू कर वैक्सीनेशन शुरू होगा कि नहीं इस पर असमंजस की स्थिति है क्योंकि अभी तक वैक्सीन उपलब्ध नहीं हुई है। संभवत: यह स्थिति 14 जुलाई तक बनी रहेगी। उसके बाद ही वैक्सीन मिलने के साथ सेंटरों को शुरू किया जा सकेगा। फिलहाल टीकाकरण विभाग के पास सिर्फ को वैक्सीन के 2000 डोज बचे हैं। कोविशिल्ड का स्टाक पूरी तरह खत्म हो चुका है। बचे हुए को वैक्सीन के डोज का उपयोग सेकंड डोज लगवाने वाले लोगों के लिये किया जा सकता है।

वैक्सीनेशन सेंटरों पर इसलिए बढ़ रही भीड़
कुछ समय पहले तक शासन द्वारा जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को कोरोना वैक्सीन लगवाने का आग्रह किया जा रहा था। पर्याप्त स्टाक होने के बावजूद लोग वैक्सीन नहीं लगवा रहे थे लेकिन अचानक वैक्सीन लगवाने के लिये सेंटरों पर भीड़ क्यों बढ़ी इसकी पुख्ता जानकारी स्वास्थ्य विभाग के अफसरों के पास भी नहीं है। अफसर बताते हैं कि संभवत: शासकीय विभागों में वैक्सीन नहीं लगवाने वाले कर्मचारियों का वेतन रोकने, कारखानों व दुकानों पर काम करने वाले कर्मचारियों को संचालकों द्वारा वैक्सीन लगवाने की हिदायत देने के कारण अब बड़ी संख्या में लोग सेंटरों पर पहुंच रहे हैं, जबकि जिन लोगों को कोविशिल्ड का पहला डोज लगा था उनके 84 दिन भी पूरे हो रहे हैं इस कारण पहला व दूसरा डोज लगवाने वाले लोगों की भीड़ सेंटरों पर अनुमान से अधिक होती जा रही है।

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