उज्जैन:550 ग्राम नकली सोने के जेवर गिरवी रखकर 14 लाख 90 हजार रुपए ठगे…

ब्रोकर के पास तीसरी बार बदमाश आये तो पुलिस ने किया गिरफ्तार
उज्जैन।बियाबानी चौराहे पर रहने वाले ब्रोकर के पास दोस्त की पहचान से युवक पहुंचा और दो बार में 550 ग्राम नकली सोने के जेवर गिरवी रखकर 14 लाख 90 हजार रुपये की धोखाधड़ी की।
तीसरी बार वही युवक और गहने गिरवी रखने आया तो ब्रोकर ने उसे खाराकुआं पुलिस के हाथों गिरफ्तार करवा दिया। पुलिस ने मामले में 420 का केस दर्ज कर तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया है जबकि सरगना अभी फरार है।
राजेश पोरवाल पिता कैलाशचंद्र 46 वर्ष निवासी बियाबानी चौराहा की वीडी मार्केट में दुकान है और वह ब्रोकर का काम भी करता है। राजेश पोरवाल ने बताया कि 30 मई को उसके पास दोस्त मुकेश वडेला का फोन आया। उसने अरविंद नामक परिचित को सोने के आभूषण गिरवी रखकर रुपये उधार लेने की बात कही।
राजेश ने अरविंद को मिर्चीनाला पर रहने वाले दोस्त के घर बुलाया जहां अरविंद ने 136 ग्राम वजन की चार चूड़ी के अलावा एक हार, दो चैन, 4 अंगूठी, 3 पैंडल, एक जोड़ कान के टाप्स सोने के बताकर गिरवी रखे और 5 लाख 50 हजार रुपये उधार ले गया।
इसके बाद 3 जून को अरविंद फिर अपने दोस्त के साथ राजेश के पास आया और सोने के आभूषण गिरवी रखकर और रुपये उधार ले गया। दोनों बार में अरविंद कुल 550 ग्राम नकली सोने के आभूषण गिरवी रखकर कुल 14 लाख 90 हजार रुपये उधार ले गया।
राजेश पोरवाल ने बताया कि इतने आभूषण गिरवी रखने के बाद शंका हुई तो सुनार के पास जाकर झेले, पैंडल और अंगूठी चैक कराई जिनमें 10 कैरेट, 7 कैरेट और 5 कैरेट सोना निकला बाकि आभूषण नकली थे। इसकी शिकायत खाराकुआं थाने में की।
फ्रीगंज जाकर रुपये देने के बहाने ले गया
राजेश ने बताया कि अरविंद ने फोन पर संपर्क किया व और रकम गिरवी रखने की बात कही। उसे पहले घर बुलाया। आभूषण देखे फिर फ्रीगंज स्थित कॉम्प्लेक्स से रुपये देने के बहाने ले गया जहां खाराकुआं पुलिस ने घेराबंदी कर अरविंद पिता राधेश्याम गेहलोत निवासी नवाखेड़ा थाना नानाखेड़ा सहित उसके दोस्त राजा ठाकुर और राजेश को भी गिरफ्तार कर लिया।
फरियादी राजेश के अनुसार अरविंद गेहलोत हर बार नए-नए आदमी को जेवर गिरवी रखने के लिए लाता था। यही शंका का प्रमुख आधार बना।
हमें तो 2-3 हजार रुपये मिलते थे, असली आरोपी कोई ओर है…पुलिस गिरफ्त में आये अरविंद ने पुलिस को बताया कि सोने के आभूषण प्रहलाद निवासी इंदिरा नगर द्वारा दिये गये थे।
प्रहलाद स्वयं ब्याज का धंधा करता है। उसी ने राजेश पोरवाल के पास पहुंचाया। नकली आभूषण गिरवी रखकर रुपये उधार लाने को कहा जिसके बदले प्रहलाद 2-3 हजार रुपये देता था। अरविंद स्वयं पुराने वाहन खरीदने बेचने का काम करता है। पुलिस को अब प्रहलाद की तलाश है।