प्रतिबंध के बावजूद शनि मंदिर पहुंचे सैकड़ों लोगों को पुलिस ने लौटाया

By AV NEWS

छोटे पुल के पास लोगों ने किया पर्व स्नान….

प्रतिबंध के बावजूद नृसिंह घाट ब्रिज के नीचे शिप्रा नदी में पर्व स्नान को पहुंचे लोग

अन्य मंदिरों में बढ़ी भीड़

जान जोखिम में डालकर नदी तक पहुंचने का प्रयास…

उज्जैन।कोरोना संक्रमण की वजह से प्रशासन द्वारा धार्मिक आयोजनों पर प्रतिबंध लगाया गया है। इसी के चलते प्रशासन ने शनिश्चरी अमावस्या पर होने वाले पर्व स्नान, त्रिवेणी स्थित शनि मंदिर दर्शन पूजन पर भी प्रतिबंध लगाया था बावजूद इसके सुबह से सैकड़ों लोग शनि मंदिर पहुंचकर दर्शनों के लिये प्रयास करते रहे। हालांकि पुलिस ने बेरिकेडिंग कर लोगों को समझाईश देकर लौटा दिया। यहां से लोग रामघाट पहुंचे जहां भी पुलिस ने लोगों को नदी में नहाने नहीं दिया तो उन्होंने नृसिंह घाट ब्रिज के नीचे और छोटे पुल के पास नदी में डुबकी लगाकर पर्व स्नान कर लिया।

शनिश्चरी अमावस्या पर्व स्नान के लिये अलग-अलग जिलों से बड़ी संख्या में लोग उज्जैन पहुंचे वहीं महाकालेश्वर दर्शनों के लिये भी देश भर के श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला जारी रहा जिस कारण महाकालेश्वर मंदिर सहित शहर के अन्य मंदिरों में लोगों की भारी भीड़ रही। महाकालेश्वर मंदिर में आनलाइन बुकिंग नहीं कराने वाले लोगों ने सशुल्क टिकिट खरीदकर भगवान के दर्शन किये। सुबह राज्यपाल द्वारा महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन को लेकर अतिरिक्त पुलिस फोर्स तैनात कर भीड़ नियंत्रण भी किया गया। हालांकि बेरिकेडिंग में बैठकर राज्यपाल द्वारा पूजन अर्चन किये जाने के बावजूद आम दर्शनार्थियों के दर्शनों का सिलसिला जारी रहा।

प्रशासन ने कोरोना संक्रमण का हवाला देकर शनि मंदिर में दर्शन व त्रिवेणी घाट पर स्नान के लिये प्रतिबंध लगाया है, लेकिन जानकारी के अभाव में त्रिवेणी पुल के पास पहुंचे लोगों खतरा उठाकर नदी तक पहुंचने का प्रयास भी किया जिसे पुलिस ने विफल कर लोगों को लौटा अवश्य दिया लेकिन अलग-अलग शहरों से पर्व स्नान के लिये आये लोगों ने कहा कि जब महाकालेश्वर मंदिर सहित शहर के अन्य मंदिरों में दर्शन खुले हैं तो शनि मंदिर में दर्शनों पर प्रतिबंध क्यों लगाया गया है।

कोई शाजापुर जिले के गांवों से तो कोई देवास के गांवों से शनिश्चरी अमावस्या का पर्व स्नान करने उज्जैन पहुंचा। लोगों को इस बात की जानकारी नहीं थी कि प्रशासन ने शिप्रा नदी में पर्व स्नान और शनि मंदिर में दर्शनों पर प्रतिबंध लगाया है। ऑटो और मैजिक वालों ने भी ग्रामीणों का फायदा उठाते हुए रेलवे स्टेशन और बस स्टेण्ड पर शनि मंदिर की आवाजें लगाकर लोगों को वाहनों में बैठाया और पुलिस बेरिकेडिंग तक ले जाकर छोड़ दिया। जब सैकड़ों लोग अलग-अलग रास्तों से शनि मंदिर तक जाने का प्रयास करने लगे तो यहां ड्यूटी कर रहे पुलिस अधिकारियों ने उन्हें प्रतिबंध की जानकारी देकर लौटा दिया।

पर्व स्नान न कर पाने से मायूस होकर लोगों ने रामघाट की ओर रुख किया लेकिन यहां भी पुलिस ने दत्त अखाड़ा, सुनहरी घाट, रामघाट, शिप्रा आरती द्वार घाट आदि स्थानों पर बेरिकेडिंग कर लोगों का आवागमन रोका गया था। पुलिसकर्मी घाट पर आने-जाने वाले लोगों को लौटा रहे थे। बावजूद इसके अनेक लोग नृसिंहघाट ब्रिज की सीढिय़ां उतरकर घाट तक पहुंचे और नदी में डुबकी लगाकर पर्व स्नान कर लिया, जबकि अनेक लोगों ने छोटे पुल के पास नदी में डुबकी लगाई। नदी में स्नान के बाद लोगा महाकालेश्वर, हरसिद्धि, गोपाल मंदिर पर दर्शनों के लिये पहुंचे।

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