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राष्ट्रीय नाट्य समारोह: ‘दुश्मन’ ने तीव्र संवेगों के साथ उठाई प्रदूषित जल जैसी सर्वकालिक समस्या

उज्जैन। अभिनव रंगमंडल द्वारा आयोजित 37वें राष्ट्रीय नाट्य समारोह में बुधवार को कालिदास अकादेमी में मंच रंगमंच, अमृतसर द्वारा, केवल धारीवाल के निर्देशन में नाटक ‘दुश्मन’ का मंचन हुआ। हेनरिक इब्सन द्वारा लिखे नाटक ने दर्शकों के सम्मुख एक ज्वलंत समस्या को तीव्र संवेगों के साथ रखा।

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यह सर्वकालिक एवं सदैव प्रासंगिक समस्या है भूगर्भीय जल की, जो तेजी से प्रदूषित होता जा रहा है जिसके कारण बीमारियों के फैलने का खतरा बढ़ता जा रहा है। वहीं भ्रष्ट राजनैतिक व्यवस्था इस प्रदूषण की जिम्मेदारी उन नागरिकों पर डालकर उन्हें जनशत्रु घोषित कर देती है जो पूरी ईमानदारी से जल प्रदूषण के कारणों का खुलासा कर रहे होते हैं।

नाटक का शुभारंभ अतिथि पूर्व कुलपति प्रो. रामराजेश मिश्र, व्यंगकार डॉ. पिलकेन्द्र अरोरा, नाटक निर्देशक केवल धारीवाल, दिनेश अग्रवाल द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया। अभिनव मंडल प्रमुख शरद शर्मा ने बताया कि नाटक में डॉ. सूरज का किरदार गुरतेज मान ने निभाया वहीं प्रीति-राजबी कौर, डॉली बद्दल, वीरपाल, रोशनी- मनदीप घई, करन-सजन कोहिनूर, मयूर-अमर शेरसिंह, लीडर- विकास जोशी, बाली-हरप्रीतसिंह, रिपोर्टर की भूमिका गुरदितपाल सिंह ने निभाई। वहीं मंच से परे संगीत विष्णु शर्मा, आलोकन नीरजकुमार, लेखक हेनरिक इब्सन तथा मंच परिकल्पना निर्देशन व अनुवाद केवल धारीवाल का रहा।

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