उज्जैन। राष्ट्रीय सहकारी संघ की कार्यशाला 18 अक्टूबर को आयोजित की गई। जिसमें मछुआरों को प्रशिक्षण देने के साथ ही परियोजना अधिकारी चंद्रशेखर बैरागी ने बताया कि मछुआरों की जो सहकारी समिति हैं उसके क्या-क्या लाभ है। समितियों के क्या उद्देश्य हैं, उस समितियों का संचालन किस प्रकार किया जाए और मछुआरों के उन्नयन हेतु क्या क्या कदम उठाए जाएं। जिस पर आपने विस्तृत जानकारी मछुआरों को दी। मुख्य अतिथि गिरीश मेश्रम प्रभारी संयुक्त संचालक मत्स्य कल्याण विभाग संभाग थे।
अध्यक्षता मनोज गुप्ता उपायुक्त पंजीयक कार्यालय ने की। विशिष्ट अतिथि धनीराम रायकवार डायरेक्टर मत्स्यजीवी सहकारी संघ, विनीता गौतम सहायक संचालक, विषय विशेषज्ञ डॉ. लक्ष्मी कृषि वैज्ञानिक थे। मनोज गुप्ता ने बताया कि सभी मत्स्य कृषकों को मत्स्य सहकारी समितियों के दायित्व उनका संचालन और किस प्रकार से समितियों को एकजुट होकर अपना कार्य करना चाहिए, कोऑपरेटिव नियम के तहत समिति की समय-समय पर मीटिंग एवं आपस में न झगड़ते हुए अपना कार्य करना चाहिए। संचालन प्रेम सिंह झाला और स्वागत शैलेंद्र सिंह चौहान द्वारा किया गया।