उज्जैन: कपड़े, जूते-चप्पल, मावा बाजार, श्रृंगार जनरल स्टोर की दुकानें खुली, पुलिस ने बंद कराई

कोरोना कफ्र्यू में छूट का नतीजा

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गोपाल मंदिर, सतीगेट, कंठाल, दौलतगंज के बाजारों में भीड़ के कारण वाहनों की कतारें लगीं

माता पूजन और अंतिम संस्कार की दुकानों में भीड़ उमड़ी

उज्जैन।शहर में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से सैकड़ों की संख्या में प्रतिदिन लोग संक्रमित हो रहे हैं, वहीं दूसरी ओर प्रशासन व क्राइसेस कमेटी ने आगामी शादी सीजन के मद्देनजर 26 अप्रैल तक लगाये गये कोरोना कफ्र्यू के नियमों में बदलाव कर विवाह के उपयोग में आने वाले कपड़े की दुकानों को खोलने की अनुमति दी है। इसकी जानकारी मिलते ही सुबह शहर की कपड़ों की दुकानों के अलावा ज्वेलरी, बर्तन, जूते-चप्पल की दुकानों के साथ मावा बाजार भी खुल गया जहां खरीदारी करने बड़ी संख्या में लोग पहुंचे।

गोपाल मंदिर, लखेरवाड़ी, सतीगेट, गोपाल मंदिर, ढाबा रोड, फ्रीगंज सब्जी मंडी, दौलतगंज, मालीपुरा, देवासगेट, पटनी बाजार, बर्तन बाजार की दुकानें सुबह 8 बजते ही खुल गई। इन बाजारों में बड़ी संख्या में लोग खरीदारी के लिये पहुंचने लगे। बाजार खुलने और भीड़ लगने के कारण अनेक जगह मुख्य मार्गों पर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। इसकी जानकारी जैसे ही पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों को लगी तो सभी थाना प्रभारियों और ड्यूटी पाइंटों पर लगे जवानों को वायरलेस सेट से निर्देश दिये गये कि सिर्फ विवाह से जुड़े साड़ी, सूट की दुकानों को खोलने की अनुमति दी गई है बाकि जो भी दुकानें खुली हैं उन्हें तुरंत बंद कराया जाये। पुलिस अधिकारी माइक से एनाउंस कर व्यापारियों को दुकानें बंद करने के निर्देश देते रहे।

इसलिये बनी गफलत की स्थिति
प्रशासन द्वारा शादी के लिये साड़ी, सूट की दुकानें खोलने की अनुमति दी गई है। विवाह उपयोग में आने वाली सामग्री रेडीमेड कपड़े, जूते चप्पल, ज्वेलरी, बर्तन, पूजन पाठ सामान, सौंदर्य प्रसाधन, चूड़ी के व्यापारियों ने भी अपनी दुकानें खोल लीं। व्यापारियों ने चर्चा में बताया कि शादी वाले घरों में सभी वस्तुओं की आवश्यकता होती है। अकेले दुल्हा दुल्हन के कपड़ों से काम नहीं चलता। इसी कारण दुकानें खोली थीं। अब पुलिस और प्रशासन के अधिकारी दुकानें बंद करा रहे हैं।

यह लापरवाही सभी के लिये घातक : एएसपी सिंह
सुबह मुख्य बाजार की सभी दुकानें खुलने और खरीददारी के लिये लोगों की भारी भीड़ उमडऩे के कारण पुलिस को दुकानें बंद कराने में मशक्कत का सामना करना पड़ा। एएसपी अमरेन्द्र सिंह स्वयं माइक से एनाउंस कर बाजार बंद कराते नजर आये। उन्होंने चर्चा में कहा कि प्रशासन के आदेश का लोगों को ठीक से अध्ययन करना चाहिये। इस प्रकार की लापरवाही वर्तमान में घातक साबित हो सकती है।

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