उज्जैन:श्रावण महीने के दौरान महाकाल मंदिर में दर्शन व्यवस्थाएं तय…

By AV NEWS

श्रावण महीने के दौरान महाकाल मंदिर में दर्शन व्यवस्थाएं तय…

शंखद्वार से मिलेगा आम श्रद्धालुओं को प्रवेश

गर्भगृह में प्रवेश प्रतिबंधित गणेश व कार्तिकेय मंडपम् से चलित दर्शन

उज्जैन।श्रावण माह 14 जुलाई से शुरू हो रहे है। इस दौरान दर्शन-पूजन के लिए महाकाल मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं के मंदिर में प्रवेश की व्यवस्था तय कर दी गई है। आम श्रद्धालु को मंदिर में शंखद्वार से प्रवेश मिलेगा। गर्भगृह में दर्शन व्यवस्था बंद रहेगी।

श्रावण माह में श्रद्धालुओं को भगवान महाकाल के दर्शन कराने के लिए मंगलवार को महाकाल मंदिर प्रबंध समिति की बैठक हुई। इसमें तय किया गया कि श्रावण माह में गर्भगृह में दर्शन व्यवस्था बंद रहेगी। इस दौरान प्रोटोकॉल से आने वाले श्रद्धालुओं को निकट से दर्शन करवाने के लिए नंदी हॉल में स्टेनलेस स्टील के बैरिकेड्स लगाए जाएंगे।

आम श्रद्धालु गणेश व कार्तिकेय मंडपम् से चलित दर्शन कर सकेंगे। मंदिर परिसर में एलईडी स्क्रीन लगाकर गर्भगृह के दर्शन कराने की व्यवस्था की है।

मंदिर परिसर में सवारी मार्ग प्रमुख के चैनल गेट पर बड़ी एलईडी स्क्रीन लगाई है। इस स्क्रीन के माध्यम से भगवान महाकाल के गर्भगृह से सीधे दर्शन किए जा सकते हैं।

आम श्रद्धालु: चारधाम के सामने से होकर बड़ा गणेश मंदिर के सामने से गुजरते हुए शंखद्वार से प्रवेश करेंगे। अभी आम श्रद्धालुओं का प्रवेश गेट नंबर 5 से हो रहा है। श्रावण में यह गेट बंद करेंगे।

प्रोटोकॉल व वीआईपी: प्रोटोकॉल से आने वाले श्रद्धालु या वीआईपी को बेगमबाग की ओर से होकर नए फैसिलिटी सेंटर के सामने से शंखद्वार के पास के कॉरिडोर से मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा। वर्तमान में इन्हें मंदिर प्रशासक कार्यालय के सामने से प्रवेश दिया जा रहा है।

पार्किंग: दो तय की गई है। पहली त्रिवेणी संग्रहालय के पास, यहां 300 से ज्यादा वाहन पार्क किए जा सकते हैं। यहां आने वाले श्रद्धालुओं को ई-रिक्शा से प्रवेश द्वार तक पहुंचाया जाएगा।

चलित भस्म आरती दर्शन जारी रहेंगे

भस्म आरती के दौरान अधिक श्रद्धालुओं को दर्शन कराने के उद्देश्य से चलित दर्शन व्यवस्था 12 जून से शुरू हुई थी। 1 सप्ताह के लिए ट्रायल के रूप में देखे जाने के बाद निष्कर्ष निकाला कि इसे श्रावण में भी जारी रखा जाएगा ताकि बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को भस्म आरती दर्शन लाभ मिल सके।

पारंपरिक मार्ग से निकलेगी सवारी

श्रावण -भादौ मास में भगवान महाकाल की सवारी शुरू होगी। सवारी कोट मोहल्ला, गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार, कहारवाड़ी होते हुए मोक्षदायिनी शिप्रा के रामघाट पहुंचेगी।

यहां अभिषेक पूजन के बाद सवारी रामानुजकोट, कार्तिक चौक, सत्यनारायण मंदिर, ढाबा रोड, टंकी चौराहा, छत्री चौक होते हुए गोपाल मंदिर, पटनी बाजार,गुदरी चौराहा होते हुए मंदिर पहुंचेगी।

Share This Article