ग्रेजुएशन के बाद जब हम इंटरव्यू देने जाते हैं या किसी एक कंपनी को छोड़ दूसरी कंपनी में इंटरव्यू देते हैं तो एक आम सा सवाल सभी से पूछा जाता है और वो सवाल आपके पूरे इंटरव्यू को तय करता है। इंटरव्यू के बाद एचआर एक मोस्ट इम्पोर्टेन्ट सवाल पूंछता है कि आपकी सैलरी एक्सपेक्टेशन क्या है? भले ही सवाल आम हो लेकिन ये ट्रिकी होता है। इसका जवाब किस प्रकार से दिया जाता है और क्या दिया जाता है ये आपकी सिलेक्शन पर काफी प्रभाव डालता है।
इस पोस्ट में हम आपको बताएंगे इस ट्रिकी इंटरव्यू सवाल का सही और बेस्ट जवाब कैसे दें और आप वो सैलरी प्राप्त हो सके जिसके आप हकदार हैं।
- घर से करके जाएं रिसर्च
आप जिस जॉब के लिए अप्लाई कर रहे हैं उसके लिए सैलरी को लेकर क्या उम्मीद है या करनी चाहिए, इस बारे में घर से ही तैयारी करके जाएं।जिस जॉब के लिए अप्लाई किया है, उसके लिए इंडस्ट्री में कितनी सैलरी ट्रेंड में है, ये रिसर्च करना जरूरी है। चाहें तो कुछ ऐसी वेबसाइट्स की मदद ले सकते हैं, जहां पर विभिन्न इंडस्ट्रीज, यहां तक कि चुनिंदा कंपनियों में किस पोजिशन पर क्या सैलरी मिलती है।
- तय करें एक और सैलरी लिमिट
इंटरव्यू में जाने से पहले ही सोच लें कि अगर आपके द्वारा डिमांड की गई सैलरी पर इंप्लॉयर राजी नहीं होता है तो फिर आप कितनी सैलरी पर है करेंगें। आपके द्वारा मांगी गई सैलरी पर इंप्लॉयर झट मान जाए, ऐसा तो नहीं होगा। वह आपको अपनी तरफ से भी एक तय सैलरी ऑफर करेगा और चाहेगा कि आप उस पर मान जाएं। ऐसे में निगोशिएशन के वक्त आपको एक अन्य सैलरी लिमिट की भी जरूरत होगी, जिसके मिलने पर आप संतुष्ट रहें।
- शुरुआत में ही न करें सैलरी डिस्कस
इंटरव्यू की शुरुआत में ही अगर सैलरी को लेकर सवाल-जवाब शुरू हो जाए तो इसे टालने की कोशिश करें। जब तक ठोस कन्फरमेशन न मिले तब तक खुद से सैलरी के टॉपिक को छेड़ने से बचें। अगर इससे पहले ही इंटरव्यूअर आपसे इस बारे में बात करे तो सीधे जवाब न देकर इंटरव्यूअर से पोजिशन और काम को लेकर ज्यादा जानकारी लेने की कोशिश करें।
- क्या ज्यादा जरूरी- सैलरी या काम
इंटरव्यू में जाने से पहले अपने-आप से एक और सवाल करना जरूरी है, वह यह कि आपने जिस पोजिशन और कंपनी में अप्लाई किया है क्या उसके लिए आप कम सैलरी पर भी कमा कर सकते हैं। कई लोग काम को पैसों से ज्यादा तवज्जो देते हैं। साथ ही अक्सर ऐसा भी होता है कि हमें अपनी पसंद की कंपनी में या फिर पसंद का काम करने का मौका मिल रहा होता है। ऐसे में हम कम सैलरी पर भी राजी हो सकते हैं। या फिर काम ऐसा होता है कि हमें बहुत ज्यादा फ्रीडम और अन्य तरह की सुविधाएं मिल रही होती हैं, जो सैलरी से ज्यादा मायने रखती हैं। अगर ऐसा है तो खुद से ये सवाल जरूर करें।
5. टोटल सैलरी पर चर्चा करें
आपके वेतन के अलावा, अन्य लाभ, भत्ते या मुआवजे भी मूल्यवान होते हैं। अपने पुरे पैकेज के बारे में अच्छे से जानें और तय करें की अपने खर्च के हिसाब से यह आपके लिए सही रहेगी या नहीं। कई बार सैलरी बराबर लगती है पर घर का रेंट, बिल्स, पैट्रॉल का खर्च निकालना मुश्किल हो जाता हैं।