ड्रोन पायलट ट्रेनिंग हब बनेगा इंदौर: यहां 7 दिन का कोर्स कर कमर्शियल ड्रोन पायलट का लाइसेंस ले सकेंगे युवा

शहर के एक और कॉलेज में ड्रोन पायलट ट्रेनिंग कोर्स शुरू

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इंदौर। व्यावसायिक तौर पर ड्रोन के इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए शहर में एक और नया ड्रोन स्कूल शुरू हुआ है। यहां युवा सात दिनों की ट्रेनिंग लेकर कमर्शियल ड्रोन पायलट का लाइसेंस हासिल कर सकेंगे। इंदौर में फिलहाल कौशल विकास केंद्र में ही ये कोर्स संचालित किया जा रहा है। शहर में अब दो संस्थान हो जाएंगे। इसी के साथ इंदौर ड्रोन पायलट ट्रेनिंग का नया हब बनने की ओर अग्रसर है।

विमानों के पायलट की तरह अब ड्रोन उड़ाने वालों के लिए भी लाइसेंस का होना अनिवार्य किया जाएगा। ट्रेनिंग लेने वालों को ये लाइसेंस डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) द्वारा जारी किए जाएंगे। वर्तमान में फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी के साथ खेती-किसानी व कुछ अन्य में कार्य में ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। दिल्ली और गुरुग्राम में कुछ कंपनियां स्टोर टू स्टोर डिलीवरी में भी ड्रोन का इस्तेमाल करने लगी हैं। अब शहर में भी एक और संस्थान में ड्रोन पायलट की ट्रेनिंग की शुरुआत हो गई है।

कोर्स पूरा कर उम्मीदवार को ऑनलाइन टेस्ट देना होगा
ड्रोन सर्टिफिकेट कोर्स की अवधि सात दिन की रहेगी। फीस 25 से 35 हजार रुपए लगेगी। विशिष्ट स्कूल ऑफ मैनेजमेंट के नवीन योगराज बताते हैं प्रदेश में पहली बार इंदौर में ही किसी डिग्री कॉलेज में ड्रोन पायलट ट्रेनिंग कोर्स शुरू हुआ है। कमर्शियल ड्रोन पायलट के लिए निर्धारित घंटों की उड़ान अनिवार्य रहेगी। कोर्स पूरा करने के बाद उम्मीदवारों को ऑनलाइन टेस्ट देना होता है। ये टेस्ट क्लीयर करने पर सर्टिफिकेट मिलेगा जो कमर्शियल लाइसेंस के तौर पर डिजिटल स्काय पोर्टल पर दर्ज होगा।

कोर्स के लिए न्यून. 18 वर्ष की आयु अनिवार्य
एक्सपर्ट प्रो. अनस इकबाल ने बताया इंदौर अब ड्रोन पायलट ट्रेनिंग का हब बनने जा रहा है। ड्रोन पायलट कोर्स करने के लिए निर्धारित शर्तों में न्यूनतम 18 वर्ष की उम्र अनिवार्य की गई है। सर्टिफिकेट कोर्स के लिए उम्मीदवार का हाई स्कूल पास होना अनिवार्य है।

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