गूगल मेप की गफलत… भगवान महाकाल के दर्शन कर दिल्ली जा रहे श्रद्धालुओं की कार बैरिकेड से टकराकर पेड़ में घुसी, परखच्चे उड़े

पांच दोस्तों में से एक की मौत, चार घायल
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घट्टिया थाना क्षेत्र के ग्राम मालीखेड़ी के पास हुआ हादसा
उज्जैन। दिल्ली से भगवान महाकाल के दर्शन करने आए पांच दोस्त मंगलवार को वापस लौटते समय गूगल मेप पर लोकेशन की गफलत के कारण घट्टिया थाना क्षेत्र के ग्राम मालीखेड़ी के समीप दुर्घटना का शिकार हो गए। उनकी कार पहले पुलिस बैरिकेड से टकराई और बाद में अनियंत्रित होकर पेड़ में जा घुसी। कार की स्पीड इतनी थी कि उसके परखच्चे उड़ गए। इसमें एक युवक की मौत हो गई और चार घायल हो गए जिनका चरक अस्पताल में इलाज चल रहा है।
आरएमओ चिन्मय चिंचोलीकर ने बताया कि दिल्ली से आए मृदुल विज (२३), उज्जवल गुप्ता (२४), अर्जुन वशिष्ठ (२४) नचिकेत मलिक (२४) और आर्यन लोहिया (२२) कार क्रमांक डीएल १३ सी ७४७४ से उदयपुर घूमने गए थे। वहां से लौटते वक्त सोमवार को वे भगवान महाकाल के दर्शन के लिए उज्जैन में रुके। दर्शन के बाद मंगलवार को वापस लौट रहे थे। उन्होंने गूगल मैप में लोकेशन डाली और उसी के मुताबिक आगे बढ़ रहे थे लेकिन लोकेशन ने उन्हें कोटा हाईवे छोडक़र मालीखेड़ी गांव की ओर मोडऩे का संकेत दिया।
जैसे ही कार मालीखेड़ी के पास एक अंधे मोड़ पर पहुंची तो तेज रफ्तार के कारण पुलिस बैरिकेड से टकराई और फिर अनियंत्रित होकर पेड़ में जा घुसी। इससे कार चकनाचूर हो गई और नंबर प्लेट सहित आगे का कुछ हिस्सा दूर जा गिरा। हादसे में आर्यन लोहिया ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया, जबकि उज्जवल, अर्जुन, नचिकेत और मृदुल घायल हो गए। सभी घायलों को पहले समीप के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया जहां से उज्जैन रैफर कर दिया गया।
पुलिस और ग्रामीणों ने की मदद
हादसा होते ही सबसे पहले ग्रामीण मौके पर पहुंचे, इसके बाद पुलिस और एम्बुलेंस को सूचना दी गई। घायल चारों दोस्तों में से एक को इतनी चोट आई कि वह ना तो खड़ा हो पा रहा था और ना ही स्ट्रेचर पर लेट पा रहा था। बमुश्किल उसे स्टे्रचर पर लेटाकर अन्य दोस्तों के साथ अस्पताल पहुंचाया गया। इसके बाद घट्टिया थाना पुलिस ने मृतक का शव पीएम के भिजवाया और जांच शुरू की है।
घायल ने बताया कैसे हुआ हादसा
चरक अस्पताल के हड्डी वार्ड में भर्ती उज्जवल गुप्ता ने बताया कि उज्जैन से निकलते वक्त गूगल मैप पर दिल्ली की लोकेशन डाली थी। मैप ने कोटा हाईवे की जगह एक और वैकल्पिक रास्ता बताया जैसे ही हम उस रास्ते पर आगे पहुंचे और गाड़ी पेड़ से टकरा गई। इसके बाद कुछ समझ नहीं आया।