भांजे को कॉल कर कहा- मैंने जहर खा लिया ढूंढते हुए पहुंचे परिजन तो खेत में पड़ा मिला

इलाज के दौरान हुई मौत, मृतक पर 8-10 लाख रुपए का कर्ज था, सूदखोर मांग रहे थे रुपए
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उज्जैन। सूदखोरों से तंग आकर कई लोग अपनी जिंदगी को खत्म कर चुके हैं। ऐसा ही एक मामला चिंतामन थाना क्षेत्र में हुआ। जहां लाखों के कर्ज के बोझ के नीचे दबे मेडिकल एजेंसी संचालक ने शुक्रवार को जहर खा लिया। इसकी जानकारी उसने अपने भांजे को कॉल पर दी जिसके बाद परिजन उसे तलाशते हुए पहुंचते तो वह खेत में पड़ा मिला। तत्काल उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया जहां इलाज के दौरान रात को उसकी मौत हो गई। शनिवार सुबह पीएम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।
मृतक का नाम मनोज पिता बाबूलाल मकवाना (28) निवासी बामोरा है। परिजनों ने बताया कि मनोज की वंशिका मेडिकल एजेंसी है। उस पर 8 से 10 लाख रुपए का कर्ज हो गया था और सूदखोर लगातार रुपए की मांग कर रहे थे। इसी के चलते वह परेशान था। शुक्रवार दोपहर मनोज कार से ग्राम नलवा पहुंचा और यहां जहर खा लिया। इसकी जानकारी उन्होंने अपने भांजे अभिषेक को कॉल कर दी। इसके बाद परिजन उसे ढूंढते हुए पहुंचे तो मनोज खेत में पड़ा था। उसे तत्काल तीन बत्ती चौराहा स्थित निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया जहां इलाज के दौरान शाम को उसकी मौत हो गई। शनिवार सुबह चिंतामन थाना पुलिस ने पीएम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। मृतक की दो बेटियां हैं।
परिजनों के बयान होना बाकी
मामले में चिंतामन थाने के प्रधान आरक्षक और जांच अधिकारी राजेंद्र सिंगार ने बताया कि कर्ज की बात सामने आई है लेकिन परिजनों के बयान होना बाकी है। इसके बाद ही स्पष्ट रूप से कुछ कहा जा सकेगा।