स्कूली बच्चों के पास मिली गाड़ी तो पैरेंट्स का लाइसेंस होगा सस्पेंड

पुलिस के अभियान में बच्चों को समझाइश, अभिभावकों को दी चेतावनी
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अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। स्कूल में वाहन से आने नाबालिग स्टूडेंट्स और सडक़ों पर अंधाधुंध गति से गाड़ी चलाने वाले किशोरों को ट्रैफिक पुलिस ने समझाइश दी है, जबकि उनके अभिभावकों को चेतावनी दी है। इसमें उन्हें कहा गया कि अगली बार यदि नाबालिगों को वाहन दिए तो पैरेंट्स पर कार्रवाई की गाज गिरेगी। जुर्माने के साथ उनका लाइसेंस भी निरस्त कर दिया जाएगा।
दरअसल, शहर मेें बड़ी संख्या में नाबालिग सडक़ों पर तेज गति से वाहन दौड़ाते हैं और बड़ी तादाद में वाहनों से स्कूल भी आते हैं। ऐसे में सडक़ दुर्घटनाओं को खतरा बढ़ जाता है। इसी को रोकने के लिए पुलिस अब एक्शन मोड में है। गुरुवार को यातायात पुलिस कर्मियों नेडीएसपी विक्रम सिंह कनपुरिया और दिलीप सिंह परिहार के नेतृत्व में सेंटमेरी कॉन्वेंट स्कूल सहित चार निजी स्कूलों में पहुंचकर विद्यार्थियों को समझाइश दी और संचालकों से भी बात की। स्कूल खत्म होने पर उन्होंने बच्चों को रोका और उनके पैरेंट्स को मौके पर बुलाकर कार्रवाई की जानकारी दी। ट्रैफिक पुलिस का यह अभियान एडीजी उमेश जोगा और एसपी प्रदीप शर्मा के निर्देश पर शुरू किया गया है जो आगे भी जारी रहेगा।
बच्चों को समझाए नियम
इस दौरान पुलिसकर्मियों ने स्टूडेंट्स को समझाया कि नाबालिग द्वारा वाहन चलाना कानूनन अपराध है। इसके बावजूद यदि कोई बच्चा दोपहिया वाहन लेकर स्कूल आता है तो न सिर्फ उस पर चालानी कार्रवाई की जाएगी बल्कि उसके पैरेंट्स को भी जिम्मेदार ठहराते हुए जुर्माना लगाकर लाइसेंस निरस्त किया जाएगा।









