पुजारियों ने किया भगवान महाकाल, मां महालक्ष्मी, चांदी के सिक्के और कुबेर का महापूजन, कलेक्टर-एसपी हुए शामिल
अक्षरविश्व न्यूज:उज्जैन। पांच दिवसीय दीपोत्सव की शुरुआत मंगलवार को भगवान महाकाल के दरबार से हुई। परंपरा अनुसार धनतेरस पर बाबा महाकाल के साथ कुबेर और चांदी के सिक्कों का पूजन एवं अभिषेक किया गया। बाबा को चांदी का सिक्का अर्पित किया गया। नंदी हॉल में महाकाल मंदिर पुरोहित समिति के 22 से अधिक पुजारी-पुरोहितों ने वैभव, आरोग्य की कामना कर भगवान महाकाल का महापूजन किया। इसमें कलेक्टर नीरज कुमार सिंह और एसपी प्रदीप शर्मा भी शामिल हुए। इसके अलावा श्री महाकाल मंदिर प्रबंध समिति द्वारा संचालित चिकित्सालय में भगवान धन्वंतरि का पूजन किया गया। दीप पर्व के लिए मंदिर को विशेष तौर पर सजाया है।
दरअसल, श्री महाकालेश्वर मंदिर में ग्वालियर पचांग अनुसार पर्व मनाए जाते हैं। सबसे पहले 31 अक्टूबर को श्री महाकालेश्वर मंदिर में दीपावली मनाई जाएगी। इस दिन पुजारी परिवार की महिलाएं बाबा महाकाल को चंदन का उबटन लगाएंगी। गर्भगृह में अन्नकूट का भोग लगाया जाएगा। बाबा महाकाल का विशेष शृंगार किया जाएगा। शाम को कोटितीर्थ कुंड में दीपमालाएं सजाई जाएंगी।
बाजार में सुबह से उमड़ी भीड़, खूब बिके बहीखाते
बाजार में धन त्रयोदशी के मौके पर जमकर धन बरसा। सुबह से ही शहरवासियों की चहल-कदमी से बाजार दमक उठा। इलेक्ट्रॉनिक्स और बाइक शोरूम पर लोग अपने मनपसंद उत्पाद खरीदने के लिए पहुंचे। नए और पुराने शहर के बर्तन बाजार में भी जमकर भीड़ रही। वहीं बहीखाते भी खूब बिके। इसके अलावा पूजन सामग्री, सजावटी सामान, दीपक और अन्य वस्तुओं की खरीदारी के लिए फ्रीगंज, शहीद पार्क, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार, दौलतगंज सहित अन्य क्षेत्रों में शहरवासियों की रेलमपेल रही।
गुलाब ‘सुर्ख’, थोक में बिका 150-200रु.
धनतेरस के मौके पर फूल बाजार भी गुलजार हो गया। दूधतलाई स्थित थोक फूल मंडी में गेंदा, गुलाब, मोगरा की जमकर आवक हुई। शहरवासियों के साथ खेरची फूल विके्रताओं ने भी जमकर खरीदारी की। हालांकि, भाव अधिक होने गुलाब और सुर्ख हो गया। थोक में गुलाब 150 से 200 रुपए और गेंदा 50 से 60 रुपए किलो बिका। वहीं खेरची में गुलाब की कीमत 300 और गेंदा 80 से 100 रुपए किलो तक पहुंचने की संभावना है।