‘एक पेड़ मां के नाम’ से लेकर ‘बांस मिशन’ तक हरियाली का अलख जगाएंगे सरकारी विभाग

हरियाली अमावस्या पर विशेष… उज्जैन में ‘हरित क्रांति’ का संकल्प, जगह-जगह होंगे आयोजन

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8 हजार पौधों से संवरेगा विवि का संस्कृति वन

150 रुपए अनुदान में मिलेगा बांस पौधा

7 दिन तक नगर निगम के पौधारोपण अभियान में जुड़ेंगे शहरवासी….

पवन पाठक  उज्जैन। श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि हरियाली अमावस्या के रूप में मनाई जाती है। यह दिन प्रकृति से जुड़ाव, पर्यावरण संरक्षण और पौधरोपण के संकल्प का प्रतीक माना जाता है। उज्जैन में भी इस बार हरियाली अमावस्या (24 जुलाई) पर पौधारोपण सहित कई आयोजन की तैयारी की गई है। सरकारी विभागों ने इस संबंध में विस्तृत योजना बनाई है। ‘एक पेड़ मां के नाम’ जैसे प्रेरक अभियानों से लेकर किसानों को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने के लिए बांस मिशन जैसी योजनाएं लागू की जा रही हैं। किसान बांस के पौधे रोप सकते हैं। इन पौधों के बढ़े होने पर सरकार उन्हें अनुदान देगी। बस किसान को अपनी जमीन मुहैया करानी होगी और श्रम करना होगा। हरियाली अमावस्या पर शहर में कई आयोजन होंगे।

विक्रम विश्वविद्यालय का संस्कृति वन बनेगा हरियाली का केंद्र

वन विभाग के एसडीओ फॉरेस्ट विक्रमङ्क्षसह सोलंकी ने बताया कि वन विभाग द्वारा विक्रम विश्वविद्यालय परिसर में स्थित संस्कृति वन में इस वर्ष 8000 पौधे लगाए जाएंगे। यह स्थल मिश्रित प्रजातियों के पौधों का केंद्र होगा, जिसमें फलदार, छायादार और औषधीय पौधों को सम्मिलित किया गया है।

सरकारी रोपणी से सस्ते पौधे

वन विभाग ने पौधरोपण को बढ़ावा देने के लिए शासकीय रोपणियों में पौधे तैयार किए हैं। इनमें से पौधे कम कीमत में खरीदे जा सकते हैं। इसी तरह वन विभाग की रोपणी शिप्रा विहार एवं त्रिवेणी में है। यहां नीम, पीपल, बरगद, शीशम, गुलमोहर, सीताफल, कपोक, करौंदा, जंगल जलेबी, बांस पौधे हैं।

बांस मिशन: किसानों की बढ़ेगी आय

रोपणी प्रभारी रोहित चौहान ने बताया कि केंद्र सरकार की योजना अनुसार वन विभाग ने बांस को बढ़ावा देने के लिए बांस मिशन शुरू किया है। इसके तहत किसानों को प्रति पौधा १५० रुपए का अनुदान दिया जाएगा। बस किसान को अपनी जमीन पर पौधों का रोपण कर बांस तैयार करना होगा। पहले साल पहली किस्त के रूप में प्रति पौधा 60 रुपए दिए जाएंगे। अगर पौधा जीवित रहता है तो इसी साल नवंबर में पौधों की गिनती की जाएगी और उस आधार पर ३० रुपए प्रति पौधा अनुदान दिया जाएगा। अनुदान की दूसरी किस्त दूसरे वर्ष में दी जाएगी इसमें 30 रुपए प्रति पौधे की दर से भुगतान किया जाएगा। किसान ये पौधे शासकीय नर्सरी से प्राप्त कर सकते हैं।

उद्यानिकी विभाग में भी कई पौधे

उद्यानिकी विभाग में आम, अमरूद, कटहल, सीताफल, आंवला, नींबू जैसे फलदार पौधे भी उपलब्ध हैं। इनके साथ ही बेलपत्र, तुलसी, चंपा, चमेली जैसे सौंदर्यवर्धक पौधे प्राप्त किए जा सकते हैं। यहां पर ग्राफ्टेड पौधे भी उपलब्ध हैं। यह आम, अनार, चीकू आदि के हैं। ये रोपणियां कोठी रोपणी संजय निकुंज (नईखेड़ी, करंज, मोलाना, बारापत्थर, कंचनखेड़ी में हैं।

27 जुलाई तक नगर निगम का अभियान
नगर निगम हरियाली अमावस्या को लेकर विशेष अभियान चला रहा है। इसके तहत 27 जुलाई तक जोन स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। हर जोन में 1000 पौधेे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। एमआईसी के उद्यान विभाग प्रभारी शिवेंद्र तिवारी के मुताबिक वन विभाग से प्राप्त हो चुके हैं। इन्हें वितरण के लिए जल्दी ही दे दिए जाएंगे।

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