रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का समापन

By AV NEWS

रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के समापन सत्र में सीएम ने कहा

उद्योगों में विभिन्न उत्पादन के साथ अन्न और रोजगार उपलब्ध कराने की क्षमता

अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि सबके जीवन में खुशहाली आए, इसी उद्देश्य से राज्य सरकार निवेश और उद्योगों को प्रोत्साहित कर रही है। उद्योगों में संसार को चलाए रखने, वित्तीय प्रबंधन को प्रोत्साहित करने और सभी को अन्न व रोजगार उपलब्ध कराने की क्षमता है। रीजनल इंडस्ट्री कांक्लेव 2024 प्रदेश को बेहतर भविष्य की संभावनाओं की ओर ले जा रहा है।

रीजनल इंडस्ट्री कांक्लेव 2024 के समापन समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के संतुलित और न्याय संगत औद्योगिक विकास के लिए क्षेत्रीय इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव की प्रक्रिया आरंभ की गई है। इस प्रकार के इंडस्ट्रियल कांक्लेव प्रदेश के अन्य स्थानों पर भी आयोजित किए जाएंगे।

इस पहल से निवेशकों को प्रदेश से जुडऩे का अवसर मिलेगा, निवेशक प्रदेश के प्रमुख स्टेकहोल्डरों के साथ जुड़कर प्रदेश के संसाधनों के बारे में जानकारी प्राप्त कर प्रदेश के औद्योगिक विकास और संवर्धन को प्रोत्साहित करेंगे। सीएम ने कहा कि निवेश संवर्धन और उद्योग प्रोत्साहन के लिए डायनेमिक नीतियों के साथ ही आवश्यक अधोसंरचना व्यवस्था और कच्चे माल की आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। कार्यक्रम को केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल ने भी संबोधित किया।

इप्का लैबोरेट्री की 1100 करोड़ रुपए के निवेश की योजना..

समापन सत्र में इप्का लैबोरेट्री के अजीत कुमार ने कहा कि उनके उद्योग समूह की सात इकाइयां मध्यप्रदेश में संचालित हैं। अगले 2 साल में 1100 करोड़ के निवेश की योजना है ।प्रोएक्टिव एडमिनिस्ट्रेशन और संवेदनशील शासन व्यवस्था के परिणाम स्वरूप प्रदेश में औद्योगिक इकाइयों के संचालन में कभी कोई समस्या नहीं आई।

प्रदेश में पर्याप्त शिक्षित और प्रशिक्षित मानव संसाधन की उपलब्धता ने इकाइयों के संचालक को सुगम बनाया है। समापन सत्र को शक्ति पम्पस् के दिनेश पाटीदार ने भी संबोधित किया। प्रमुख सचिव राघवेंद्र सिंह ने रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। आयुक्त तथा सचिव एमएसएमई पी. नरहरि ने कहा कि निवेशकों तथा उद्योग समूह से प्राप्त सुझावों पर राज्य सरकार तेजी से काम करेगी। राज्य में भविष्य की चुनौतियों और संभावनाओं के दृष्टिगत आवश्यक व्यवस्था उपलब्ध कराई जाएगी।

मप्र फार्मास्यूटिकल और चिकित्सा उपकरण निर्माण के लिए भविष्य का केंद्र

रीजनल इंडस्ट्रीज कॉन्क्लेव में अपॉर्चुनिटीज इन फार्मास्यूटिकल एंड मेडिकल डिवाइसेज इन एम.पी. विषय पर हुए सत्र में मध्यप्रदेश में फार्मास्यूटिकल एंड मेडिकल डिवाइसेज निर्माण क्षेत्र में मध्यप्रदेश में बेहतर अवसर पर विस्तृत चर्चा हुई। सत्र में अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान, सचिव स्वास्थ्य सुदाम खाड़े, सीओओ पीडी हिंदुजा हॉस्पिटल्स जॉय चक्रवर्ती, मैनेजिंग डायरेक्टर एंड सीइओ आईपीसीए लैबोरेट्रीज लिमिटेड अजीत कुमार जैन, ज्वाइंट मैनेजिंग डायरेक्टर श्रीजी पॉलिमर्स मेडिकल डिवाइसेज प्राइवेट लिमिटेड विष्णु जाजू, सीईओ रिनी लाइफ साइंसेज अक्षत कोर्डिया, एनक्यूब एथिकल्स के विक्रांत पराशर तथा बड़ी संख्या में निवेशक उपस्थित थे। सत्र में स्वास्थ्य क्षेत्र के बड़े उद्योगपतियों ने प्रदेश में इस व्यवसाय के लिए उपयुक्त परिस्थितियों पर प्रकाश डाला और कहा कि मध्यप्रदेश फार्मास्यूटिकल और चिकित्सा उपकरण निर्माण क्षेत्र में नए कीर्तिमान गढ़ रहा है। उन्नत प्रौद्योगिकी और सरल निवेश नीति के साथ म.प्र. इस महत्वपूर्ण क्षेत्र में अपनी वैश्विक पहचान बना रहा है।

मध्यप्रदेश के पर्यटन क्षेत्र के लिए 100 करोड़ रुपए के लेटर ऑफ अवॉर्ड का वितरण किया

रीजनल इंडस्ट्री कॉनक्लेव : फिल्म, धार्मिक एवं ऐतिहासिक विरासत, पर्यटन पर पैनल डिस्कशन

अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:उज्जैन में आयोजित रीजनल इंडस्ट्री कॉनक्लेव के दूसरे दिन मध्यप्रदेश में पर्यटन के क्षेत्र में संभावनाएं एवं निजी निवेश को आकर्षित करने हेतु पैनल डिस्कशन सत्र का आयोजन किया गया एवं लगभग 100 करोड़ से अधिक के लेटर ऑफ अवॉर्ड का वितरण संस्कृति , पर्यटन, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मेन्द्र सिंह लोधी द्वारा किया गया।

सत्र को संबोधित करते हुए संस्कृति, पर्यटन, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) लोधी ने कहा कि मप्र में ऐतिहासिक, भौगोलिक, प्राकृतिक सुंदरता के साथ ही ऐतिहासिक विरासत की भरमार है। यहां के लोग संस्कृति संपन्न हैं। भोजन एवं संस्कृति में विभिन्नता पर्यटन के क्षेत्र में अपार संभावनाएं बनाती है।

मप्र में धार्मिक, हैरिटेज, फिल्म, एडवेंचर के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। प्रदेश की पर्यटन नीति पर्यटन क्षेत्र में निजी निवेश को बढ़ावा देने को ध्यान में रखकर बनाई गई है। निवेशकों की सहायता के लिये मप्र टूरिज्म बोर्ड को नोडल एजेंसी बनाया गया है। फिल्म क्षेत्र में प्रचार-प्रसार एवं फिल्मांकन को बढ़ावा देने के लिए फिल्म पर्यटन नीति लागू की गई है। फिल्म निर्माताओं को फिल्म शूटिंग में सुविधा के लिए फेसिलिटेशन सेल का गठन किया गया है।

पर्यटन के क्षेत्र में महिलाओं को रोजगार से जोडऩे के लिए प्रशिक्षण देकर उनकी संख्या को बढ़ाया जा रहा है। प्रदेश में पर्यटन परियोजनाओं के विकास के लिए निजी निवेशकों के लिए नियमों को शिथिल किया गया है, ताकि निजी निवेश से मप्र का पर्यटन विश्वस्तरीय बन सके। धार्मिक पर्यटन एवं फिल्म पर्यटन सत्र के दौरान मध्य प्रदेश में पर्यटन के क्षेत्र में संभावनाएं, चुनौतियां विषय पर पैनल डिस्कशन सत्र का आयोजन किया गया।

इन्हें दिए गए लेटर ऑफ अवॉर्ड

संस्कृति, पर्यटन, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मेन्द्र सिंह लोधी द्वारा मंच से पर्यटन के क्षेत्र में निवेश करने वाले निविदाकारों को लेटर ऑफ अवॉर्ड वितरित किए गए। जिसमें हुजैफी अबू सुल्तान खान प्रोप्राइटर मेसर्स पर्ल साइन कम्पलीट सालूशन छिंदवाड़ा (2.50 करोड़), मनोज वर्मा ग्राम तिलीमाफी जिला सागर (10 करोड़) राघवेंद्र सिंह प्रोप्राइटर मेसर्स सर्वोदय कंस्ट्रक्शन कंपनी अशोक नगर (5 करोड़), प्रतीक सिंह संचालक मेसर्स सिद्धिदात्री मिनरल्स प्रा.लि. ग्राम परसिली जिला सीधी (3 करोड़), गजेंद्र सिंह राठौर एमडी मेसर्स पेंच जनरल रिसोर्ट प्रा.लि. सीधी एवं श्योपुर (15 करोड़), विनीत जैन प्रोप्राइटर मेसर्स इंटीग्रेटेड सालूशन इंदौर (4 करोड़), प्रशांत दरियानी भोपाल (25 करोड़), संजीव कुमार अमीन भोपाल (2 करोड़), राहुल गुप्ता भडिंडा मंदसौर (2 करोड़), पंकज फुलवानी प्रोप्राइटर मेसर्स रेनी पॉवर भोपाल (2 करोड़), ओमप्रकाश बंसल प्रोप्राइटर मेसर्स सूरे इलेक्ट्रीकल्स भोपाल (10 करोड़), प्रमोद शर्मा पार्टनर मेसर्स प्रमोद शर्मा कॉन्ट्रेक्टर इन्दौर (15 करोड़), राजीव मिश्रा संचालक मेसर्स मारवाड़ फोर्ट एंड पैलेसेज जयपुर (10 करोड़) को लेटर ऑफ अवॉर्ड का वितरण किया गया। सत्र में मैनेजिंग डायरेक्टर मप्र टूरिज्म डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन इलेय्या राजा टी. द्वारा सभी उपस्थित निवेशकों एवं अतिथियों का स्वागत किया गया। उन्होंने ं पर्यटन विभाग की कार्य योजनाओं के बारे में बताया। आभार एडिशनल मैनेजिंग डायरेक्टर विवेक श्रोत्रिय ने माना।

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