महाकाल सवारी मार्ग का चौड़ीकरण प्रोजेक्ट अधर में

By AV NEWS

तीन टुकड़ों में काम करने की योजना, पहले चरण का काम शुरू होने के बाद रुका

उज्जैन। महाकाल सवारी मार्ग का चौड़ीकरण प्रोजेक्ट अभी अधर में पड़ गया है। इसके लिए स्मार्ट सिटी ने तीन टुकड़ों में टेंडर लगाने की योजना तैयार कर पहले चरण का काम भी शुरू कर दिया, लेकिन यह भी अधर में पड़ गया है। दूसरी ओर सिंधी कॉलोनी से हरिफाटक ब्रिज तक फोरलेन बनाने का काम भी सुस्त पड़ गया है।

मामले में ठेकेदार की गलती की सजा सहायक यंत्री मनोज राजवानी को प्रोजेक्ट से हटाना पड़ा। महाकाल सवारी मार्ग का चौड़ीकरण और सौंदर्यीकरण करने के लिए स्मार्ट सिटी द्वारा पहले चरण का ठेका दिया जा चुका है, लेकिन यह काम भी अधर में पड़ गया है। हाल यह है कि खुद महापौर मुकेश टटवाल अधिकारियों को काम पूरा करने के लिए निर्देश दे चुके, लेकिन काम पूरा नहीं हो पा रहा। सड़कों के चौड़ीकरण मामले में निगम के काम भी धीमी गति से चल रहे। यही हाल रहा तो सिंहस्थ 2028 में परेशानियां खड़ी हो सकती हैं।

ठेकेदार को दो बार नोटिस, फिर भी काम नहीं किया :सिंधी कॉलोनी से हरिफाटक ब्रिज तक फोरलेन का काम देवास की ठेकेदार कंपनी ब्राइट इंफ्रास्ट्रक्चर द्वारा किया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार ठेकेदार नया है और उसे अनुभव भी नहीं है। इस कारण फोरलेन का काम तेजी से करने में परेशानियां आ रही हैं। नगर निगम प्रशासन द्वारा पूर्व में ठेकेदार को काम न करने पर भी दो बार नोटिस थमाए गए, लेकिन उसने काम नहीं किया। रविवार को जब निगम आयुक्त आशीष पाठक ने निरीक्षण किया तो लापरवाही सामने आई। इस पर ठेकेदार पर ढाई लाख रुपए का जुर्माना किया गया। साथ ही सहायक यंत्री मनोज राजवानी से यह प्रोजेक्ट लेकर साहिल मैदावाला को दे दिया गया।

5 फीसदी काम और पेमेंट के लिए निगम प्रशासन पर दबाव

सिंधी कॉलोनी से हरिफाटक ब्रिज तक फोरलेन का काम धीमा पडऩे का कारण यह भी बताया जा रहा है कि ठेकेदार ने पांच फीसदी काम करने के बाद ही निगम प्रशासन पर पेमेंट का दबाव बढ़ा दिया। ठेकेदार का कहना है कि उसके दूसरे प्रोजेक्ट का पैसा अटका हुआ है, इस कारण यहां का पेमेंट कर दिया जाए। निगम प्रशासन ने इतनी जल्दी पेमेंट देने में असमर्थता जताई। इस कारण उसने काम रोक दिया।

निर्देश दिए हैं

महाकाल सवारी मार्ग के पहले चरण का काम शुरू हो चुका है। तीन चरणों में इसे पूरा करने का निर्देश दिया है। यह काम प्राथमिकता से करना जरूरी है। -मुकेश टटवाल, महापौर

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