मौसम के तीन रंग… सुबह बादलों की दस्तक दोपहर में तपिश, शाम को ओलों के साथ बारिश

कई क्षेत्रों में घंटों गुल रही बिजली
परेशान होते रहे शहरवासी
कई जगह पेड़ भी गिरे
अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। रविवार को मौसम के तीन रंग देखने को मिले। सुबह बादलों ने अपनी आमद दर्ज करवाई। दोपहर में सूरज निकला जिसने अपनी तपिश ने शहरवासियों को पसीना-पसीना कर दिया। वहीं शाम 5 बजे से तेज हवाओं के साथ बारिश शुरू हो गई जो कभी रिमझिम तो कभी झमाझम बरसती रही जिससे मौसम में ठंडक घुल गई। बारिश के चलते आधे शहर की बिजली गुल हो गई जिससे लोगों को घंटों तक परेशान होना पड़ा। बारिश से कई जगह नालियां उफान पर आ गईं। नानाखेड़ा क्षेत्र सहित कुछ क्षेत्रों में छोटे ओले भी गिरे। आसमान में कडक़ड़ाती बिजली के साथ रुक-रुककर रात 9 बजे तक बारिश होती रही। मौसम विभाग के मुताबिक रविवार को दिन का तापमान ४१ डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
दरअसल, वेस्टर्न डिस्टरबेंस के चलते प्रति चक्रवात बना हुआ है जिसे अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी मिल रही है। इसी के असर के चलते रविवार शाम ४ बजे से आसमान में काली घटाएं उमडऩे लगी। इसके बाद देखते ही देखते तेज हवाएं चलने लगी और अंधेरा छाने लगा। कुछ देर के लिए ऐसा लगा मानो रात हो गई। वाहन चालकों को गाडिय़ों की हेडलाइट चालू करना पड़ी। इसके बाद शाम ५ बजे से बूंदाबांदी की शुरुआत हुई जो देर रात तक रुक-रुककर चलती रही।
बार-बार गुल होती रही बत्ती
तेज हवा के साथ बारिश की शुरुआत होते ही कई क्षेत्रों में बिजली गुल हो गई। जैसे-जैसे समय बीता मच्छरों ने लोगों को परेशान करना शुरू कर दिया जिसके चलते उन्होंने एमपीएसईबी कार्यालय में फोन घनघनाना शुरू कर दिए। वहीं, टोल फ्री नंबर 1912 निर्धारित है। बिजली संबंधी शिकायतें सुनने के लिए टोल फ्री नंबर 24 घंटे सक्रिय रहता है लेकिन यह भी नहीं लगा जिससे शहरवासियों की परेशानी बढ़ गई।
मई में बदल रहा मौसम
मई की शुरुआत में प्रचंड गर्मी ने शहरवासियों को हलाकान कर दिया था। पहले ही दिन का तापमान इस सीजन के अपने रिकॉर्ड स्तर 43.4 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया था। इससे पहले 29 अप्रैल को पहली बार इस सीजन में अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस पर पहुंचा था। 25 मई से नवतपा की शुरुआत होगी जिसका समापन ३ जून को होगा। कहा जाता है कि इन नौ दिनों में सूरज जमकर तपता है।
7 मई तक ऐसा ही रहेगा मौसम
पश्चिम विक्षोभ सक्रिय है जिसके प्रति चक्रवात बना जिसे अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी मिल रहे। जिसके चलते मौसम में बदलाव और बारिश हो रही है। 7 मई तक इसी तरह की स्थितियां रहेंगी।
– डॉ. आरपी गुप्त, अधीक्षक, शासकीय जीवाजी वेधशाला