कुत्तों की आबादी पता करने के लिए उज्जैन ननि करेगा 6 लाख रु. खर्च

सर्वे के लिए निकाला टेंडर, डॉग बाइट्स की घटनाओं पर रोकथाम के उपाय नहीं
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अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। डॉग बाइट्स की घटनाओं पर नियंत्रण के तमाम सवालों को एकतरफ रखकर नगर निगम अब स्वतंत्र रूप से घूमने वाले कुत्तों की आबादी पता करेगा। इसका सर्वे करने के लिए किसी कंपनी या संस्था को ठेका देगा। इस सर्वे के लिए 6 लाख रुपए का टेंडर जारी किया गया है। टेंडर खुलने के बाद आगे की स्थिति साफ होगी।
अवैध नल कनेक्शन का आंकड़ा नगर निगम के पास भले ही न हो लेकिन उसे अब यह पता लगाना है कि शहर में स्वतंत्र रूप से कितने कुत्ते घूमते हैं। आर्थिक तंगहाली से जूझ रहा नगर निगम इस सर्वे पर 6 लाख रुपए खर्च करेगा। कुत्तों की आबादी पता करने के बाद निगम इन पर नियंत्रण के उपाय करेगा।
टेंडर में यह भी कहा गया है कि सर्वे इसलिए किया जा रहा है ताकि कुत्तों के बारे में जानकारियां जुटाई जा सके ताकि बढ़ती आबादी पर नियंत्रण किया जा सके। टेंडर जमा करने की डेडलाइन 13 अक्टूबर रखी गई है। उल्लेखनीय है कि शहर में डॉग बाइट्स के कई लोग शिकार हो चुके हैं। यहां तक कि महाकाल मंदिर परिसर में भी दर्शनार्थियों को काटने की घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन सर्वे और आबादी पता करने से इन घटनाओं पर नियंत्रण हो सकेगा या नहीं, यह अभी साफ नहीं है।
सही आबादी पता करना मुश्किल
शहर में स्वतंत्र रूप से घूमने वाले कुत्तों की सही आबादी पता करना मुश्किल काम है। कोई भी संस्था यह काम सही तरीके से नहीं कर सकती। छह लाख रुपए खर्च करने के बाद भी अनुमानित आंकड़े ही सामने आएंगे।
जहां डॉग दिखेगा वहां इंजेक्शन लगाएंगे
डॉग बाइट्स की समस्याओं को देखते हुए निगम प्रशासन उन्हें इंजेक्शन लगाने की तैयारी कर रहा है। महापौर मुकेश टटवाल के अनुसार शहर में जहां भी कुत्ते दिखाई देंगे, वहीं उन्हें इंजेक्शन लगाया जाएगा ताकि लोग डॉग बाइट्स के खतरों से बच सकें।









