गंभीर डेम में पानी का लेवल अब भी ‘गंभीर’, तेज बारिश से होगी चिंता दूर

बारिश का आधा सीजन बीता, डेम में सिर्फ 195 एमसीएफटी पानी शेष, अगले 20 दिनों तक किया जा सकता सप्लाय
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अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। लगातार रिमझिम बारिश के बावजूद शहर के जलप्रदाय के एकमात्र स्रोत गंभीर डेम की स्थिति बारिश का आधा सीजन बीतने के बाद भी गंभीर बनी हुई है क्योंकि जोरदार बारिश नहीं होने के चलते डेम में पानी का लेवल बढऩे की जगह लगातार घटता जा रहा है। बुधवार को यह 195.99 एमसीएफटी पर पहुंच गया जो अगले 20 दिनों तक सप्लाय किया जा सकता है। यदि आगामी दिनों में भी तेज बारिश नहीं होती तो मुश्किलें बढ़ सकती हैं। पिछले वर्ष आज दिनांक तक डेम में 469.89 एमसीएफटी पानी था।
गंभीर डेम ना भर पाने का कारण यह है कि शहर के अलावा इंदौर में भी अच्छी बारिश नहीं हो रही है। हर साल इंदौर के यशवंत सागर डेम भरने के बाद गेट खोले जाते हैं जिसके बाद वहां से छोड़ा गया पानी 24 घंटे बाद गंभीर डेम में आता है। इससे डेम अपनी पूरी क्षमता 2250 एमसीएफटी के साथ भरता है लेकिन इस बार यशवंत सागर भी पूरा नहीं भर सका है। गंभीर डेम में अब केवल 195.99 एमसीएफटी (100 एमसीएफटी डेड स्टोरेज सहित) पानी ही शेष है। इसके बाद डेड स्टोरेज का पानी चैनल कटिंग के माध्यम से फिल्टर कर पीने के लिए प्रदाय किया जा सकेगा।
हर दिन सप्लाय में लिया जाता है 6 एमसीएफटी पानी
डेम प्रभारी प्रवीण कुमार वर्मा ने बताया कि प्रतिदिन शहर में जलप्रदाय के लिए डेम से औसतन 6 एमसीएफटी पानी लिया जाता है। इस लिहाज से अगले 20 दिन तक पानी सप्लाय किया सकता है। अच्छी बात यह है कि पिछले दो दिन में 6 से 7 एफसीएफटी पानी डेम में आ चुका है लेकिन जितनी आवक हुई उतना सप्लाय में लिया जा चुका है।
जलसंकट के कारण यह भी
जलसंकट के लिए अवैध नल कनेक्शन और डेम के आसपास के गांवों के किसान जिम्मेदार हैं जो चोरी-छिपे मोटर लगाकर डेम से पानी लेते हैं। हर साल इसके लिए निगरानी भी की जाती है, बावजूद इसके पानी की चोरी नहीं रुकती। इसके अलावा अवैध नल कनेक्शन के माध्यम से लोग बिना बिल चुकाए चोरी का पानी पी रहे और वॉशिंग सेंटर भी चला रहे हैं। पीएचई के अधिकारी अब जलसंकट की चिंता कर रहे लेकिन जब समय था तब अवैध नल कनेक्शन नहीं काटे गए।









