फिल्म अभिनेता तुषार कपूर ने भी शिरकत की, देशभर से आए कवि
अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। उज्जैन में पिछले दिनों प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अगुवाई में शिप्रा तट पर दीपोत्सव का विश्व रिकॉर्ड बनाया गया था। अब अंतर्राष्ट्रीय ठहाका महोत्सव के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. महेंद्र यादव ने ठहाका सम्मेलन की रजत जयन्ती पर दस और ग्यारह जनवरी 2025 को एक और नया विश्व रिकॉर्ड बना डाला जो सचमुच में कठिन ही था मगर उन्होंने अपने संकल्प से यह कर दिखाया।]
यह रिकॉर्ड था लगातार 25 घंटे 25 मिनट और 25 सेकंड तक कवियों द्वारा हास्य-व्यंग्य कविताओं को सुनाना। सबसे लंबे कवि सम्मेलन का आगाज दस जनवरी को दोपहर के बारह बजकर तेरह मिनट से आरंभ हुआ जो ग्यारह जनवरी को दोपहर लगातार 25 घंटे 25 मिनट और 25 सेकंड पूरे होने तक जारी रहा। इस रिकॉर्ड को सत्यापित करने और प्रमाणित करने के लिए ‘ गोल्डन बुक ऑफ़ वल्र्ड रिकार्ड्स ‘ के दो प्रतिनिधि श्री विश्नोई और श्री शुक्ल पूरे समय मौजूद रहे।
सत्र की शुरुआत ठहाका के डॉ. महेंद्र यादव ने अपनी हास्य व्यंग्य रचना से की। पहले सत्र का संयोजन प्रख्यात गीतकार और वरिष्ठ कवि नरेन्द्रसिंह अकेला के पास था जिन्होंने शहर के बाहर से कवियों को आमंत्रित कर पहला सत्र सफलतापूर्वक संचालित किया। उनके लिए यह चुनौती थी। इसलिए सभी कवि बाहर से बुलाए गए। नरसिंहपुर से शंकर सहर्ष, राजगढ़ से साजिद हाशमी, जावरा से डॉ. प्रकाश उपाध्याय, रतलाम से जुझार सिंह भाटी, जावरा से रमेश मनोहरा, फैजल हयात, इंदौर से दिनेश पाठक, डॉ. राजीव शर्मा। इन सभी ने श्रोताओं का दिल जीत लिया।
दूसरा सत्र फिर सत्र ही सत्र – दूसरे सत्र की जिम्मेदारी हास्य कवि संचालक दिनेश दिग्गज के पास थी। उन्होंने भी कमाल किया। तीसरे सत्र का निर्वहन हास्य कवि सुरेन्द्र सर्किट ने किया और धमाल किया। चौथे सत्र की जिम्मेदारी वरिष्ठ कवि अशोक भाटी के हाथ में थी। इस सत्र में नगर के तीन व्यंग्यकारों ने भी पाठ किया। अब रात हो चुकी थी। राहुल शर्मा ने अपने कवियों से रात निकाली। अब सुबह हो चुकी थी। अगला सत्र जारी था। गोल्डन वल्र्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड के प्रतिनिधियों ने नमिता नमन की उपस्थिति में डॉ. यादव को मैडल पहनाते हुए बधाई दी। ठहाका की टीम में सम्मिलित हरीसिंह यादव ललित लुल्ला आदि ने इस विश्व रिकॉर्ड उपलब्धि के लिए पूरी ठहाका टीम को श्रेय दिया।
संकुल में समागम
संकुल में दो सौ कवियों का समागम हुआ। अतिथि व्यंग्यकार पिलकेंद्र अरोरा, कीर्ति काले, रमेश शर्मा, धमचक मुलतानी सहित अन्य साहित्यकार मौजूद थे। इसमें सभी कवियों को कविता पढऩे का अवसर मिला। समागम में देशभर के कवियों ने शिरकत की। गु्रप द्वारा उन्हें देव दर्शन कराए गए।
तुषार ने मन मोहा
अकादमी के मुक्ताकाशी मंच पर सदाबार फिल्म अभिनेता जीतेंद्र के पुत्र अभिनेता तुषार कपूर को अंतर्राष्ट्रीय ठहाका सम्मान दिया गया। पदमश्री अशोक चक्रधर, अंजुम रहबर, प्रताप फौजदार, मुन्ना बैटरी, हिमांशु बवंडर को विभिन्न सम्मानों से नवाजा गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में दर्शक और श्रोता मौजूद थे।