आश्रमों में गुरुपूजन और मंत्र दीक्षा
उज्जैन। भगवान श्रीकृष्ण की शिक्षा स्थली में आज गुरु पूर्णिमा पर्व उत्साह से मनाया जा रहा है। शहर के मंदिर-मठों और आश्रमों में गुरुजनों के पाद पूजन के साथ मंत्र दीक्षा भी ली जा रही हैं। सुबह से शाम तक धार्मिक आयोजन होंगे। इसी के साथ आज भैरव मंदिरों में भी पूजन-अर्चन हो रहा हैं।
वैशाख मास की पूर्णिमा को गुरुपूर्णिमा के रूप में मनाने की परंपरा रही हैं। भगवान श्रीकृष्ण की शिक्षा स्थली अंकपात स्थित सांदीपनि आश्रम में गुरुपूर्णिमा का पर्व मनाया जा रहा है। पुजारी पं. रूपम् व्यास ने बताया कि पं. आनंदशंकर व्यास ने सुबह पवित्र नदियों के जल से गुरु सांदीपनि का अभिषेक पूजन किया गया। इसके बाद शासकीय पूजन हुआ। विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति अखिलेश कुमार पांडेय आदि उपस्थित थे।
गुरुपूर्णिमा पर आश्रम में विद्या आरंभ संस्कार की परंपरा रही है। बच्चों को आश्रम परिसर स्थित गोमती कुंड ले जाकर पाटी पूजन भी करवाकर विद्या आरंभ संस्कार दिया गया। सुबह से ही सांदीपनि आश्रम में लोग बच्चों को विद्यारंभ संस्कार के लिए ला रहे थे। दिनभर यह सिलसिला चलेगा। इधर गोलामंडी स्थित गुरु मंदिर सहित अन्य मंदिरों में भी सुबह से ही पूजन करने के लिए लोग पहुंच रहे हैं। इधर कई सनातन धर्मावलंबियों के घरों पर आषाढ़ी पूर्णिमा को विशेष भैरव पूजन किया गया।
पाटी पूजन के साथ बच्चें को विद्यारंभ कराया
भैरव मंदिरों में भी पूजन
आज भैरव मंदिरों में भी पूजन के किया जा रहा है। भैरव पूर्णिमा पर सुबह भगवान कालभैरव का अभिषेक पूजन कर श्रृंगार किया। छप्पन पकवानों का भोग भी लगाया गया। वहीं बटुक भैरव का चल समारोह भी निकाला जाएगा। मंदिरों को आकर्षक तरीके से सजाया गया है।
श्री क्षेत्र वाल्मीकि धाम में नामदान का सिलसिला तीन दिन…
श्री क्षेत्र वाल्मीकि धाम में गुरुपूर्णिमा पर पहली बार तीन दिन तक गुरुदीक्षा दी जाएगी। सुबह में गुरुदेव की चरण पादुका का पूजन किया। आश्रम परिसर स्थित श्री कमलेश्वर महादेव का अभिषेक पूजन कर गुरु गोरक्षनाथजी के धूने पर रोट पूजन किया।
भक्त बालयोगी उमेशनाथ महाराज का पाद पूजन कर मंत्र दीक्षा ले रहे हैं। नामदान का सिलसिला 15 जुलाई तक चलेगा। नाथ संप्रदाय के प्रमुख स्थलों में से एक भृर्तहरि गुफा में गुरुपूर्णिमा पर गुरु गोरक्षनाथ की मूर्ति प्रतिष्ठा आज की जाएगी। महंत रामनाथ महाराज के अनुसार मूर्ति प्रतिष्ठा व गुरु पूजन के बाद संतों का सम्मान किया जाएगा।