ओंकारेश्वर जा रहे श्रद्धालुओं को ड्रायवर रास्ते में छोड़कर भागा…

By AV NEWS

राजस्थान से उज्जैन आए लोग हुए परेशान, ट्रेवल्स संचालक की ज्यादती का शिकार

अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:राजस्थान से महिलाओं व छोटे बच्चों के साथ 13 लोगों का ग्रुप उज्जैन दर्शन करने आया। यहां महाकालेश्वर दर्शन के बाद उक्त लोगों ने ट्रेवल्स से औंकारेश्वर जाने के लिये वाहन बुक किया। तूफान वाहन से उक्त लोग रवाना हुए जिन्हें ड्रायवर आधी यात्रा में ही छोड़कर भाग गया। दूसरा वाहन बुक कर पूरी रात जागने के बाद वह लोग उज्जैन पहुंचे ओर महाकाल थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई।

दुर्गेश निवासी राजस्थान ने बताया कि वह अपने रिश्तेदार व परिवार के साथ 28 दिसंबर को उज्जैन दर्शन करने आया था। उनके साथ 4 महिलाएं, 1 दिव्यांग सहित 6 बच्चे और तीन पुरुष कुल 13 लोग थे। उन्होंने बताया कि सावन टूर एण्ड ट्रेवल्स ईमलीघाटी हाटकेश्वर धाम के पास ने हजारों रुपयों की धोखाधड़ी और बीच यात्रा में वाहन चालक के भागने की घटना सुनाई और थाने में शिकायती आवेदन भी दिया।

ट्रेवल्स कर्मचारी थाने में बोला…3500 लिये थे, 2000 का डीजल जला, 1500 वापस दे दूंगा

सावन टूर एण्ड ट्रेवल्स के कर्मचारी को महाकाल पुलिस पकड़कर थाने लाई। उससे परेशान हुए यात्रियों से माफी मांगने और उनके रुपये लौटाने की बात पुलिस ने कही तो कर्मचारी बोला तूफान वाहन जहां तक ले गया था उसमें 2000 का डीजल लगा था। मैंने 3500 रुपये लिये थे।

डीजल के रुपये काटकर 1500 वापस लौटा देता हूं, जबकि उसकी लापरवाही के कारण महिलाएं, बच्चे परेशान हुए, उक्त लोगों को औंकारेश्वर से दूसरा वाहन किराये पर लेकर उज्जैन लौटना पड़ा। इसका कोई जवाब कर्मचारी के पास नहीं था।

2000 देकर दूसरे वाहन से रविवार सुबह 3 बजे लौटे

दुर्गेश ने बताया कि तूफान वाहन के चालक ने फोन रिसीव नहीं किये। दूसरा वाहन चालक भी छोड़कर भाग गया। ऐसी स्थिति में रात 11.30 बजे औंकारेश्वर में दूसरा वाहन किराये पर लिया जिसने 2000 रुपये किराया लिया। उस वाहन से सुबह 3 बजे उज्जैन लौटे। यहां सुबह होटल से चेकआउट किया और थाने आकर पुलिस को आपबीती सुनाई।

महिलाएं और बच्चे बोले… अब नहीं आएंगे

दुर्गेश के साथ आए महिला और बच्चों ने चर्चा में बताया कि हम तो देवदर्शन के लिये निकले थे। उज्जैन के लोग ऐसे धोखाधड़ी करते हैं पता नहीं था। हमारे साथ एक दिव्यांग बच्चा भी है। अन्य बच्चे पूरे समय भूख प्यास से परेशान होते रहे। न तो ड्रायवर ने और न ही ट्रेवल्स संचालक ने हमारी परेशानी समझी और न कोई मदद की। अब ऐसी जगह कभी नहीं आएंगे।

न पानी मिला ना ही भोजन, ड्रायवर झूठ बोलता रहा

दुर्गेश ने बताया कि तूफान वाहन में सभी लोग बैठकर औंकारेश्वर के लिये रवाना हुए। 1000 रुपये ट्रेवल्स पर एडवांस बुकिंग के समय दिये थे। उज्जैन पार करते ही ड्रायवर ने 2500 रुपये ले लिये। इंदौर से आगे औंकारेश्वर जाने वाले मार्ग पर तूफान वाहन खराब हो गया। सभी लोग वाहन से नीचे उतरे। ड्रायवर पहले तो वाहन सुधारने बहाने बनाता रहा। दो-तीन घंटे बीतने पर जब उससे दूसरा वाहन बुलवाने की बात कही तो उसने कहा दूसरा वाहन आ रहा है जिससे आपको औंकारेश्वर भिजवा दूंगा।

जिस जगह वाहन खराब हुआ उसके आसपास न तो होटल थी और न ही पीने के पानी की कोई व्यवस्था। बच्चे भूख और प्यास से परेशान हो रहे थे। महिलाओं को उल्टी व चक्कर आने की शिकायत हुई। ड्रायवर से बार-बार निवेदन किया तब कहीं जाकर 5 घंटे बाद दूसरा वाहन आया जिसने रात को औंकारेश्वर मंदिर पहुंचाया, लेकिन दर्शन कर जैसे ही बाहर आये तो दूसरे वाहन को ड्रायवर लेकर जा चुका था। उससे फोन पर संपर्क किया तो ड्रायवर बोला मेरा इतना ही काम था। जहां से गाड़ी बुक कराई थी उसी से संपर्क करो।

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