रहवासियों ने कई बार नगर निगम में शिकायत की, लेकिन सुधार नहीं हुआ
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन: महाकाल क्षेत्र में लोहे के पुल स्थित गंदे नाले पर चैंबर की जालियां और फाटक पिछ्ले तीन महीने से टूटी पड़ी है। यहां से निकलने में दोपहिया वाहन चालकों को परेशानी हो रही है और टूटी जालियां दुर्घटनाओं का कारण बन रही है। बारिश में इस क्षेत्र में तीन फीट तक पानी भर जाता है इस दौरान निकलने वाले वाहन दुर्घटना ग्रस्त होते हैं। क्षेत्रीय रहवासियों ने निगम में कई बार शिकायत की लेकिन यहां सुधार कार्य नहीं हुआ
गंदे नाले पर लोहे के पुल से लेकर नगारची बाखल तक गंदे नाले पर करीब 15 चैंबर बने हैं। नाले की सफाई के लिए इन्हीं चैंबर्स को खोलकर सफाई की जाती है। बारिश के सीजऩ से पूर्व भी नाले की सफाई के लिए चैंबर्स खोले गए थे तब भी ये यहां जालियां टूटी पड़ी थी। निगम ने सफाई के बाद टूटी जालियों की रिपेयरिंग नहीं की। रोजाना होने वाली दुर्घटनाओं से बचने के लिए आसपास के दुकानदारों ने इस पर बैरिकेड रख दिया है। बावजूद इसके खुली हुई जालियां जान का जोखिम बनी हुई है।
पिछले दिनों फूड विभाग की गाड़ी फसी
पिछले दिनों लोहे के पुल पर चैंबर की इसी जाली में फूड विभाग की गाड़ी का पहिया फस गया था। ये गाड़ी क्षेत्र की उचित मूल्य की दुकान पर गरीबों का राशन लेकर आई थी। करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद बड़ी मुश्किल से गाड़ी को निकाला गया। इसके बाद क्षेत्रीय दुकानदारों ने खुली जाली पर बैरिकेड्स रख दिए।
रोज होती है घटनाएं दोपहिया वाहन चालक उलझते हैं
महाकाल क्षेत्र से फ्रीगंज या आगर रोड पहुंचने के लिए अधिकांश लोग इसी रास्ते का उपयोग करते हैं। क्योंकि तोपखाने वाले रोड पर अक्सर जाम लगा होता है। जब लोग यहां से वाहन लेकर निकलते है तो रोजाना वाहन चालक जालियों में उलझते हैं। उपायुक्त आदित्य नागर ने कहा कि बारिश की वज़ह से काम नहीं हो पाया। अब जल्द ही चैंबर की इन जालियों की रिपेयरिंग कराई जाएगी।