मंडल अध्यक्ष को फटकार लगाई, गैर हाजिर ग्रामीण नेताओं को हटाने की बात पर नाराजगी
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन विधानसभा चुनाव लड़ रहे एक नेताजी को अपनों पर ही बात बात पर गुस्सा क्यों आ रहा? इस सवाल की काफी खोजबीन चल रही। उन्होंने एक मंडल अध्यक्ष को जमकर फटकार लगाई और एक बैठक में आधा दर्जन ग्रामीण पदाधिकारियों के न आने पर सार्वजनिक रूप से कह दिया कि ऐसे लोगों को पार्टी से निकाल देना चाहिए। एक सिंधी व्यापारी की जमीन पर कब्जा करने का मामला भी सामाजिक रंग पकड़ रहा।
विधानसभा चुनाव की गर्म होती सियासत में नेताजी का गुस्सा चर्चा का विषय बना हुआ है। हाल ही में नेताजी एक मंडल कार्यालय के शुभारंभ समारोह में पहुंचे, लेकिन पहुंचते पहुंचते दोपहर की जगह शाम हो गई। इस कारण कई कार्यकर्ता और पदाधिकारी वापस चले गए। नेताजी जब शुभारंभ करने पहुंचे तो भीड़ कम देखकर मंडल अध्यक्ष पर झल्ला उठे। काफी फटकार लगाई।
ऐसा ही एक वाकया उस समय हुआ जब एक रणनीतिक बैठक में आधे से ज्यादा ग्रामीण क्षेत्र के पदाधिकारी नहीं आ सके। इस पर उन्होंने सार्वजनिक रूप से कह दिया कि जो अब तक नहीं आ पाए हैं, उनको पार्टी से हटा दो। इस बात को लेकर अब ग्रामीण क्षेत्र के पदाधिकारियों में अंदर ही अंदर नाराजगी बढ़ रही है।