भाजपा में खलबली.. किसने पहुंचाया मजदूर परिवारों को संघ कार्यालय..?

उज्जैन। पिछले तीन दिनों से भाजपा के अंदर ही अंदर खलबली मची हुई है। यह बात जोरों पर चर्चा में है कि आखिर वह कौन था,जिसने मजदूर परिवारों को संघ कार्यालय आराधना जाने के लिए कथित रूप से प्रेरित किया?
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ऐसा पहली बार हुआ कि किसी मुद्दे पर पीडि़त पक्ष द्वारा जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों से हटकर संघ कार्यालय पर जाकर प्रदर्शन किया गया हो। इस मुद्दे पर जो बात निकलकर आ रही है,वह यह है कि जिस क्षेत्र में मिल मजदूरों की बस्ती है,वहां का राजनीतिक समीकरण हमेशा भाजपा के पक्ष में रहा है।
बूथ पर यदि मतदान की स्थिति देखी जाए तो भी भाजपा की बढ़त ही दिखाई देती है। इसीप्रकार जो रहवासी मिल मजूदर परिवारों के लड़ रहे थे,उनमें भी कथित रूप से भाजपा कार्यकर्ता जुड़े हुए हैं। ऐसे में परिवारों को यह मुद्दा किसने दिया कि कोई बात नहीं सुन रहा है तो संघ कार्यालय पर जाकर गुहार लगाओ।
इस संबंध में एक कांग्रेस नेता ने नाम प्रकाशित न करने की शर्त पर दावा किया कि यह काम हमारे द्वारा नहीं किया गया। हम कानूनी लड़ाई के साथ लगातार प्रशासन से बात कर रहे थे। चूंकि कानूनी पहलू प्रशासन के पक्ष में था और परिसमापक सारी बात मिल मजदूर संघ को बता चुके थे,इसलिए आंदोलन की दिशा मकान खाली करने के बाद आवास पर जाकर टिक गई थी। ऐसे में यह भाजपवाले ही जाने, किसने हवा दी।