उज्जैन:एक दिन पहले शहर में Unlock जैसा नजारा लेकिन पुलिस की सख्ती भी

By AV NEWS

वाहन रोके, गिरफ्तारी भी की और स्पॉट फाइन भी किया

उज्जैन। जिले में 1 जून से अनलॉक की प्रक्रिया शुरू होने जा रही है। कोरोना कफ्र्यू के अंतर्गत क्राइसिस कमेटी की मीटिंग में तय हुए नियमों के अंतर्गत दुकानें खोलने, समय आदि की छूट दी जाना है, लेकिन एक दिन पहले ही शहर में अनलॉक सा नजारा दिखने लगा। 54 दिन से अधिक घरों में बंद लोग बेधड़क सड़कों पर निकले। वहीं दूसरी ओर पुलिस, प्रशासन व नगर निगम की टीम द्वारा पिछले दिनों की तरह ही कार्रवाई जारी रखी।

कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में बड़ी संख्या में लोग बीमारी की चपेट में आ रहे थे। इसी के मद्देनजर प्रशासन द्वारा 31 मई तक जिले में कोरोना कफ्र्यू लागू किया जिसमें फल, सब्जी, दूध, मेडिकल को छूट देते हुए किराना सामग्री की होम डिलेवरी की अनुमति दी गई थी। अब 1 जून से कोरोना कफ्र्यू नियम में शिथिलता की जाकर एक दिन छोड़कर दुकानें खोलने की अनुमति दी जा रही है। अनेक मामलों में स्थिति अब भी अस्पष्ट है, लेकिन कफ्र्यू में छूट मिलने से शहरवासी उत्साहित हैं। कई दिनों से दुकानें बंद कर घरों में बैठे व्यापारी भी अच्छे व्यापार की उम्मीद लगाये बैठे हैं।

यही कारण रहा कि अनलॉक की प्रक्रिया शुरू होने के एक दिन पहले ही बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर निकल आये। ऑटो व अन्य वाहन चालक सवारी व सामान एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जा रहे थे तो दो पहिया वाहनों से लोग सड़कों पर आवागमन कर रहे थे। पूर्व की तरह पुलिस के फिक्स चैक पाइंटों पर अफसरों द्वारा गिरफ्तारी, वाहन जब्ती और स्पॉट फाईन की कार्रवाई जारी रही। मोहन नगर तिराहा और कोयला फाटक चौराहे पर पुलिस द्वारा बेवजह सड़कों पर घूमने वालों को गिरफ्तार कर अस्थायी जेल वाहन में बैठाया गया, वाहन भी जब्त किये गये तो ट्रैफिक पुलिस ने ऑटो चालकों के वाहन जब्त कर थानों पर खड़े कराए। हरिफाटक पर ट्रैफिक पुलिस ने दो पहिया वाहन जब्त करने की कार्यवाही भी की।

ऑटो चालक बोले- एक माह से बेरोजगार और मकान किराये का कर्जा

कोरोना कफ्र्यू के कारण शहर में ऑटो का संचालन पूरी तरह बंद कर दिया गया था। पिछले ५४ दिनों से ऑटो घर के बाहर नहीं निकाला। बेरोजगारी के दिनों में बचत के रुपयों से काम चलाया अब मकान किराये का कर्जा हो गया है। यदि काम नहीं करेंगे तो मरने की नौबत आ जायेगी। यह बात वह ऑटो चालक कह रहे थे जिन्हें ट्रैफिक पुलिस ने पकड़कर चिमनगंज थाने में बैठा दिया और उनके वाहन भी जब्त कर लिये।

पड़ोसी की तबियत खराब थी, उसने अस्पताल छोडऩे का आग्रह किया। इंसानियत के नाते उसे सरकारी अस्पताल तक छोडऩे आया और वापस घर लौट रहा था, लेकिन पुलिस ने पकड़कर थाने पहुंचा दिया। रज्जाक भाई, निवासी पांड्याखेड़ी

घर में सामान लाने के रुपये खत्म हो गये थे। बहुत दिनों से ऑटो घर से नहीं निकाला। सुबह एक व्यक्ति ने कहा मंडी से सब्जी भरकर लाना है तो भाड़े के लिये मंडी चला गया। सामान उतारकर घर लौट रहा था और पुलिस ने पकड़ लिया।-कुशल निवासी बापू नगर

तेज हवा में तीन दिन पहले घर की चद्दर उड़ गई थी। चद्दर खरीदकर अपने ई रिक्शा पर रखकर घर जा रहा था लेकिन पकड़ लिया। पुलिस को बताया कि घर के लिये चद्दर ले जा रहा हूं, लेकिन उन्होंने एक बात भी नहीं सुनी।-यशवंत, निवासी अंकपात मार्ग

अब दुकान खुल जाएगी तो सब्जी बेचना बंद कर दूंगा…सेठ ने बुलाया है

कोरोना कफ्र्यू से प्रत्येक व्यक्ति किसी न किसी रूप में प्रभावित हुआ, लेकिन सबसे अधिक परेशानी व्यापारियों, मजदूरों, ड्रायवरों को झेलना पड़ी। कई लोग दुकानें, वाहन बंद होने से घरों पर बैठ गये तो कितने ही लोगों ने आपदा में भी अवसर तलाश लिया। कोई सब्जी बेचने लगा तो कोई फल बेचकर अपना काम चलाने लगा। सुबह सब्जी विक्रेता गणेश मालवीय निवासी पंवासा ने बताया कि मैं कचोरी-समोसे बनाने का काम करता हूं, कफ्र्यू में दुकान बंद हो गई थी। घर खर्च चलाना मुश्किल हो रहा था इस कारण ठेले पर सब्जी बेचने लगा। अब एक तारीख से कफ्र्यू खत्म हो रहा है। सेठ ने बुला लिया है। अब सब्जी बेचना छोड़कर फिर दुकान पर काम करूंगा। आर्टिफिशियल ज्वेलरी के एक व्यापारी ने बताया कि अभी दुकान खुली नहीं है लेकिन उधारी वालों ने फोन पर रुपये मांगना शुरू कर दिया है। अब देखते हैं बाजार कैसे खुलेगा सबसे पहले तो सफाई, पुराने बिजली के बिल भरना हैं। कोरोना कफ्र्यू के दौरान बेरोजगारी और बेगारी की मार झेल चुके लोगों को अब इंतजार है शहर के अनलॉक होने का ताकि उनकी रोजी रोटी की समस्या हल हो सके।

ट्रांसपोर्ट व्यापारी मिलेंगे कलेक्टर से…

1 दिन छोड़कर एक ओर की दुकान खुलने को लेकर उन्हे चाहिए राहत

उज्जैन। शहर में एक दिन छोड़कर एक तरफ की दुकानें खोलने के कलेक्टर के आदेश से शहर के ट्रांसपोर्ट व्यवसायियों में इस बात की चिंता उभर आई है कि उनकी दुकान जिस दिन बंद रहेगी, उस दिन यदि ट्रंासपोर्ट का माल भरकर लोडिंग वाहन आ गया तो माल कहां उतारेंगे ? यदि दुकान खोलकर माल उतारते हैं तो चालान बनेगा। ऐसा नहीं करने पर वाहन चालक इतने समय रूक नहीं पाएगा।

ट्रांसपोर्ट व्यवसायी सौरभ जैन के अनुसार गत वर्ष भी यही विसंगति बनी थी। इस वर्ष पुन: यह विसंगति बन रही है कि एक दिन छोड़कर एक ओर की दुकान खोलने के आदेश का पालन किया तो उनके समक्ष संकट खड़ा हा ेजाएगा। अनेक व्यापारी ऐसे हैं जिनकी दुकान किसी ओर साइउ में है ओर गोदाम दूसरी साइड में। ऐसे में दुकान खोलनेवाले दिन माल आया तो गोदाम में कैसे रखेंगे। वहीं जिनकी दुकान टर्न अनुसार बंद है और बाहर से लोडिंग वाहन आ गया तो दुकान/गोदाम खोलकर कैसे माल रख सकेंगे। उन्होने बताया कि इसे लेकर वे कलेक्टर से मिलेंगे। ताकि समस्या का हल हो सके।

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