उज्जैन:महामारी के इस दौर में जहां अपने ही साथ छोड़े रहे हैं वहीं….

By AV NEWS

कोविड पेशेंट की नि:शुल्क काउंसलिंग कर स्वस्थ कर रही है शहर की मानसी थम्मा

पूरे देश में 300 लोगों की टीम कर रही है कार्य

उज्जैन। कोरोना महामारी के दौर में जब अपने ही अपनों का साथ छोड़ रहे हैं, ऐसे कठिन समय में उज्जैन शहर की मानसी थम्मा…कोविड पेशेंट की नि:शुल्क काउंसलिंग कर उन्हें स्वस्थ कर रही हैं। अक्षर विश्व से चर्चा में आपने बताया कि जब मुझे कोविड हुआ तब मैं एक एनजीओ के संपर्क में आई, उनके बताए गए ट्रीटमेंट से मुझे काफी आराम हुआ। उन्होंने मुझे इस बीमारी से निकलने में हर कदम पर मदद की। अब स्वस्थ होने के बाद मैं भी इस एनजीओ की वॉलेंटर बनकर कोविड पेशेंट्स की हेल्प करने लगी। वजाग वॉलिंटियर्स विशाखापत्तनम का एक एनजीओ है, जो देशभर के कोविड पेशेंट्स के लिए काम करता है।

यदि आप भी कोविड पॉजिटिव हैं, तो इन नंबर पर कॉल करके वजाग वॉलिंटियर्स की हेल्प ले सकते हैं –6260929074, 9948777449

मुख्य उद्देश्य- होम आइसोलेटेड पेशेंट की मदद करना

हमारी 300 लोगों की टीम है, जिसमें कोरोना योद्धा, डॉक्टर और साइकोलॉजिस्ट भी शामिल हैं। मुख्यत: हमारा उद्दशेय होम आइसोलेटेड पेशेंट की मदद करना है, जैसे उन्हें मोरल सपोर्ट देना, मोटिवेट करना, डाइट प्लान, एक्सरसाइज और दवाइयों के बारे मे बताना। इस महामारी से लोग इतना डर गए हैं कि हर छोटी चीज के लिए भी हॉस्पिटल की तरफ भाग रहे हैं। इसलिए हमारी यही कोशिश रहती है कि लोगों की जान बच जाए और वह पूरी तरह स्वस्थ हो जाएं।

अभिजीत ने बताया कि कि उन्हें बहुत ज्यादा फीवर था और लंग्स भी डैमेज हो रहे थे। इस दौरान मानसी मैम ने फोन के माध्यम से ही उनका इलाज किया। वे डॉक्टर नहीं है पर डॉक्टर से भी बढ़कर हैमेरे पति का ऑक्सीजन लेवल 92 ही रह गया था लेकिन 3 दिन में घर पर ही, 97 आ गया, यह कहना है सरिता जायसवाल का। डॉक्टर तो कई बार फोन भी नही उठाते हैं, लेकिन मानसी मेम इतने अच्छे से समझाती हैं कि पेशेंट आधा तो उनकी बातों से ही ठीक हो जाता है।

आरती के भाई को भी कोरोना हो गया था,ऑक्सीजन लेवल 65 था लेकिन वजाग वॉलिंटियर का ट्रीटमेंट लेकर 2 दिन में ही काफी इंप्रूवमेंट दिखने लगा। उनके द्वारा बताई गई एक्सरसाइज और डाइट लेने से ऑक्सीजन लेवल 90 हो गया। मानवता की सेवा के लिए यह लोग बहुत ही अच्छा काम कर रहे हैं।

लावण्या ने बताया कि मेरे पेरेंट्स पॉजिटिव थे। यदि मैं भूल भी जाती तो मानसी मैडम ऑक्सीजन लेवल और टेंपरेचर चेक करना, याद दिलाती थी। उनके बताये गए ट्रीटमेंट को हमने पूरी तरह फॉलो किया और आज मेरे पेरेंट्स बिल्कुल स्वस्थ हैं।

अक्षय का कहना है कि इतनी बड़ी बीमारी में सही तरह से काउंसलिंग और मार्गदर्शन मिलना ही बहुत बड़ी बात है। आप लोगों के द्वारा ऐसे मुश्किल समय में की गई सेवा जीवन भर याद रहेगी।

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