उज्जैन महापौर: परिणाम को लेकर कोर्ट में याचिका

By AV NEWS

कांग्रेस प्रत्याशी की ओर से वाद प्रस्तुत

उज्जैन। नगर निगम उज्जैन महापौर के परिणाम का मामला न्यायालय तक पहुंच गया है। कांग्रेस ने उज्जैन महापौर चुनाव के परिणाम को लेकर कोर्ट में याचिका दायर की। इस पर न्यायालय ने सभी संबंधित प्रत्याशियों को नोटिस भी जारी कर दिए है। निगम के महापौर चुनाव की मतगणना और परिणाम को कांग्रेस ने चुनौती दी है। कांग्रेस के प्रत्याशी महेश परमार की तरफ इस संबंध में जिला व सत्र न्यायाधीश के समक्ष याचिका दाखिल की गई है। इसमें परमार ने भाजपा प्रत्याशी मुकेश टटवाल, जिला निर्वाचन अधिकारी व कलेक्टर आशीष सिंह सहित अन्य प्रत्याशियों को पार्टी बनाया है।

यही नहीं न्यायालय ने उक्त याचिका (क्रमांक- एमजेसी157/2022) दर्ज कर, सभी संबंधित प्रत्याशियों को नोटिस भी जारी कर दिए गए हैं। महापौर चुनाव के लिए इस बार पांच प्रत्याशी मैदान में थे। 17 जुलाई को मतगणना व परिणाम की घोषणा शुरू से विवादों में थी। मतगणना स्थल पर पहले भाजपा प्रत्याशी टटवाल को 923 मतों से विजय घोषित किया था। कांग्रेस प्रत्याशी परमार ने आपत्ति जताई थी तो पुन: घोषणा कर टटवाल को 736 मतों से विजयी घोषित किया गया। ऐसे में 187 वोटों के आए अंतर से प्रक्रिया सवालों के घेरे में थी, परमार ने कोर्ट में जाने की बात कही थी। याचिका में कोर्ट की निगरानी में पुन: मतगणना व सही परिणाम घोषित करने की मांग की गई।

याचिका में शामिल बिंदु

  • कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता व एडवोकेट विवेक गुप्ता के अनुसार याचिका में कई प्रमुख बिन्दु को शामिल किया गया है।
  • दबाव में चुनाव परिणाम को बदला गया। करीब 8 मतदान केंद्रों पर प्रयुक्त ईवीएम को बदलकर मतगणना में अलग मशीनों का प्रयोग किया।
  • 30 से अधिक प्रारूप 21 क, जिन पर सभी राजनीतिक दलों के मतगणना के दौरान हस्ताक्षर होते हैं, वह प्रारूप 21 (क) बदलकर फर्जी अहस्ताक्षरित प्रारूप तैयार किए गए। उसमे वोटों की हेराफेरी की गई।
  • कई मतदान केंद्रों के प्रारूप 21 क में कांट-छांट और छेड़छाड़ कर फर्जी-त्रुटिपूर्ण परिणाम पत्रक तैयार करवाया।
  • जिला निर्वाचन अधिकारी ने प्रेक्षक के सामने आश्वासन के बाद भी पुनर्मतगणना नहीं करवाई। जिला निर्वाचन अधिकारी ने भाजपा प्रत्याशी टटवाल को जिताने के लिए ड्यूटीरत कर्मचारियों पर दबाव डाला एवं त्रुटिपूर्ण मतगणना करवाई।
  • एक टेबल पर 60 व अन्य टेबल पर 30 वोट कम किए। एक केंद्र पर 80 मत भाजपा प्रत्याशी के बढ़ाए। दो मतदान केंद्रों की खराब ईवीएम लेकर उसके वोटों को भी मतगणना में शामिल किया।
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