उज्जैन :10 बार से ज्यादा ट्रैफिक नियम तोडऩे वाले शहर के TOP-10

By AV NEWS

कैसे सुधरे यातायात: ट्रैफिक नियम तोडऩे वाले 102016 लोगों ने जमा नहीं किए ई-चालान

प्रतापसिंह गुर की बसों के 45, हर्षवर्धन यादव की गाडिय़ों के 41 बार बने चालान

उज्जैन स्मार्ट सिटी कंपनी ने कार्रवाई करने के लिए आरटीओ को पत्र लिखा

उज्जैन।शहर के यातायात में सुधार की उम्मीद कैसे की जा सकती है,जब चालान बनने के बाद भी नियम तोडऩे वाले चालान जमा नहीं करते है। शहर में बड़ी संख्या में ऐसे बस ऑपरेटर्स, ऑटो मैजिक चालक/मालिक है, जिनके वाहन के एक-दो बार नहीं 30 से लेकर 40 बार ई-चालान बने चुके है,फिर भी जुर्माना जमा नहीं किया है।

इसमें जिले के नामी बस ऑपरेटर्स प्रतापसिंह गुर , हर्षवर्धन, मोहन यादव (मंत्री नहीं), मूलचंद यादव और भाटी परिवार के वाहन शामिल है। इसे लेकर उज्जैन स्मार्ट सिटी कंपनी ने कार्रवाई करने के लिए आरटीओ को पत्र लिखा है।

ट्रैफिक नियमों को तोडऩे वाले लोगों के खिलाफ ई चालान की कार्रवाई कई प्रभावशाली लोगों पर कारगार साबित नहीं हो रही है। बीते 17 महीने में यातायात के नियम तोडऩे वालों के स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के तहत 125115  ई-चालान बनाए गए,जिसमें से 23099 ई-चालान का भुगतान हो चुका है,लेकिन 102016 लोगों ने चालान जमा नहीं किया है।

शहर की परिवहन व्यवस्था को मजबूत, सुरक्षित बनाने के लिए उज्जैन स्मार्ट सिटी कंपनी ने शहर के 16 प्रमुख चौराहों एवं तिराहों पर सीसीटीवी कैमरे लगा रखे हैं।

इन कैमरों में जो भी व्यक्ति ट्रैफिक सिग्नल और नियमों को तोड़ता है, उसकी फोटो कैमरे से क्लिक कर ई-चालान बना दिया जाता है। पहचान, गाड़ी नंबर से आसानी से हो जाती है।

चालान संबंधित के घर भेजा जाता है, जिसमें स्पष्ट लिखा होता है कि 15 दिन में चालान जमा नहीं किया तो गाड़ी का रजिस्ट्रेशन निरस्त कर गाड़ी जब्त कर ली जाएगी। वैधानिक कार्रवाई भी की जाएगी। इसके बाद भी बड़ी संख्या में लोग चालान जमा नहीं करते है।

आरटीओ को भेजी टॉप-10 की सूची

उज्जैन स्मार्ट सिटी कंपनी ने 10से अधिक बार ई-चालान बनने पर टॉप-10 जुर्माना बकायादर ‘व्यावसायिक वाहन उल्लंघनकर्ताओं ‘ (बस-मैजिक-ऑटो) की सूची तैयार कर कार्रवाई करने के लिए आरटीओ को पत्र लिखा है। कंपनी के अधिकारी का कहना है कि उन्होंने शहर के 16 चौराहे एवं तिराहे पर लगे कैमरों की मदद से यातायात नियम तोडऩे वालों की पहचान कर उनके घर ई-चालान भेजा।

जिन्होंने लंबी अवधि में चालान जमा नहीं किए, उनके लाइसेंस,वाहन के पंजीयन,परमिट निरस्त करने को सूची क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी को कार्यालय भेजी। आरटीओ संतोष मालवीय का कहना है कि नियम अनुसार विभाग द्वारा स्माट्र सिटी कंपनी से प्राप्त सूची के अनुसार वाहनों को लॉक कर दिया जाता है

अगर वे भविष्य में वाहन का बीमा कराने जाएंगे, परमिट प्राप्त करने को आवेदन करेंगे तो उनका काम नहीं होगा। ई-चालान जमा करने पर ही उनके वाहन का बीमा होगा। वे परमिट प्राप्त कर सकेंगे। चालान जमा कराना स्मार्ट सिटी कंपनी का काम है। हमारे पास इस कार्य के लिए पत्र व्यवहार करने को न बजट है और न प्राविधान।

10 बार से ज्यादा ट्रैफिक नियम तोडऩे वाले 10

वाहन नंबरनामई-चालानराशि
MP13P1496मनोहरसिंह तोमर4623000
MP13P2566प्रतापसिंह गुर4522500
MP13P3318हर्षवर्धन यादव4120500
MP13P2318निरंजन साहू3316500
MP13P2687मूलचंद यादव3316500
MP13P1088राजेशसिंह भदौरिया3216000
MP13P1737राजेश यादव3216000
MP13P5444मोहन यादव3115500
MP13P9155अनिल भाटी3115500
MP13P1125देवेंद्र यादव3015000
(इसी तरह की जानकारी की टॉप-10 बकायादार ऑटो-मैजिक की सूची भी आरटीओ को भेजी गई है।)

यहां लगे हैं कैमरे..भरतपुरी तिराहा, उन्हेल नाका चौराहा, बीमा अस्पताल चौराहा, चामुुंडा माता मंदिर चौराहा, इंजीनियरिंग कालेज तिराहा, कोयला फाटक तिराहा, महामृत्युंज द्वार तिराहा, नानाखेड़ा चौराहा, देवास रोड इस्को पाइप फैक्ट्री चौराहा, प्रशांति धाम मंदिर चौराहा, शांति पैलेस होटल तिराहा, तीन बत्ती चौराहा, वीर सावरकर चौराहा, मक्सी रोड पर सिटी बस डिपो चौराहा, इंदिरानगर तिराहा।

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