Advertisement

नकली पिस्टल दिखाकर हफ्ता वसूली करने वाले 3 आरोपी गिरफ्त में

घटना में इस्तेमाल बाइक जब्त, फरार दो बाल अपचारी की तलाश जारी

Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

Advertisement

अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। नकली पिस्टल का डर दिखाकर हफ्ता वसूली करने वालों पर बडऩगर पुलिस ने एक्शन लिया है। सोमवार को तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्त में लेकर उनसे घटना में इस्तेमाल बाइक जब्त की गई है। मामले में दो बाल अपचारी फरार हैं जिनकी तलाश की जा रही है।

 

दरअसल, 26. सितंबर को फरियादी विवेक पिता नरेंद्र सिरसवाल (22) निवासी ठक्कर बाबा कॉलोनी ने बडऩगर थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। इसमें बताया था कि 25 सितंबर को रात करीब 10.15 बजे सरस्वती स्कूल के पास बदनावर रोड पर बाइक पर तीन युवक और शक्कर मील निवासी दो नाबालिग लाए और रास्ता रोक लिया। उन्होंने नकली पिस्टल दिखाकर डराते-धमकाते हुए हफ्ता वसूली और शराब पीने के लिए रुपए मांगे।

Advertisement

मामले में पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की। टीआई अशोक कुमार पाटीदार ने आरोपियों की धरपकड़ के लिए टीम गठित की जिसने संभावित ठिकानों पर दबिश दी लेकिन सफलता नहीं मिली। इसी बीच मुखबिर की सूचना पर सोमवार को आरोपी विष्णु पिता भुवान सिंह भूरिया (18 साल), भारत पिता निर्भय सिंह राठौर (19) और रितिक पिता मदन भूरिया (19) तीनों निवासी शक्कर मील को कोर्ट चौराहे से धरदबोचा गया। पुलिस ने आरोपी भारत से घटना में प्रयुक्त बाइक क्र. एमपी 13 जेडएफ 0287 जब्त की गई। दो बाल अपचारी फरार हैं जिनसे पिस्टल जब्त की जाना है।

जिलेभर में चल रहा अभियान
एसपी प्रदीप शर्मा के निर्देश पर जिलेभर में गुंडे-बदमाशों और असामाजिक तत्वों पर लगाम लगाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। इसी के तहत एएसपी ग्रामीण अभिषेक रंजन, एसडीओपी महेंद्र सिंह परमार के मार्गदर्शन में टीआई अशोक कुमार पाटीदार और उनकी टीम ने यह कार्रवाई की।

Advertisement

इधर, धोखाधड़ी के आरोपी को जेल भेजा

इधर, किराए पर आयशर वाहन लेकर उसे किसी और बेचकर धोखाधड़ी करने वाले 10 हजार के इनामी बदमाश को सोमवार को कोर्ट के आदेश पर जेल भेज दिया। आरोपी को पुलिस ने तीन दिन की रिमांड अवधि पूरी होने के बाद कोर्ट में पेश किया था। आरोपी बबलू पिता मुनीरउद्दीन निवासी महिदपुर अपने साथी इरफान पिता उमर हयात निवासी मल्हारगढ़ (मंदसौर) के साथ ग्राम कजलाना के रहने वाले फरियादी साबिर पिता कालू खां से ड्राइवर बनकर मिला था। दोनों ने साबिर से उसका आयशर क्रमांक एमपी ०9 डीएल 7584 को किराए पर लिया और उसे षड्यंत्रपूर्वक अन्य किसी को बेच दिया।

मामले में फरियादी ने 7 अक्टूबर को बडऩगर थाने में शिकायत की थी जिसके बाद 8 अक्टूबर को आरोपी इरफान पिता उमर हयात को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया था और रिमांड पर लेकर पूछताछ की तो इरफान ने अपने साथी बबलू उर्फ शफीक के साथ वाहन बेचना कबूला। इसके बाद उसे कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया। पुलिस ने 18 दिसंबर को मुखबिर की सूचना पर 10हजार के इनामी आरोपी बबलू को महिदपुर के किला रोड से धरदबोचा था। टीआई अशोक कुमार पाटीदार ने बताया कि तीन दिन की रिमांड अवधि खत्म होने के बाद आरोपी को सोमवार को दोबार कोर्ट में पेश किया जहां से जेल भेज दिया गया।

Related Articles