नए वैरिएंट पर दुनियाभर में चिंता,भारत में डेल्टा प्लस ला सकता है तीसरी लहर

कोरोना के नए वैरिएंट्स को लेकर दुनियाभर में चिंता बढ़ रही है। 24 घंटे में भारत और अमेरिका के एक्सपर्ट्स ने नए वैरिएंट्स को लेकर चेतावनी जारी की हैं। मंगलवार को एक्सपर्ट्स ने कहा कि कोरोना का डेल्टा प्लस वैरिएंट भारत में तीसरी लहर की वजह बन सकता है। वहीं अमेरिका के सबसे बड़े महामारी एक्सपर्ट एंथनी फौची ने भी चेतावनी दी है।

Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

फौची का कहना है कि अमेरिका में कोरोना संक्रमण खत्म करने की कोशिशों पर डेल्टा वैरिएंट सबसे बड़ा खतरा है। उनका कहना है कि कोरोना के ओरिजिनल वैरिएंट के मुकाबले डेल्टा वैरिएंट काफी तेजी से फैलता है। इससे बीमारी की गंभीरता भी बढ़ जाती है।

बता दें भारत में कोरोना की दूसरी लहर डेल्टा वैरिएंट की वजह से ही खतरनाक हुई थी और एक और नए वैरिएंट डेल्टा प्लस को लेकर चिंता शुरू हो गई है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि डेल्‍टा प्‍लस वैरिएंट भारत में कोरोना की तीसरी लहर का कारण बन सकता है। इसे देखते हुए सरकार ने महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और केरल को तैयार रहने के निर्देश भी दिए हैं।

हेल्थ सेक्रेटरी राजेश भूषण ने मंगलवार को कहा कि यह वैरिएंट दुनिया के 9 देशों में है। भारत में अब तक डेल्टा प्लस वैरिएंट के 40 मामले सामने आए हैं। इनमें सबसे ज्यादा 16 महाराष्ट्र के रत्नागिरी और जलगांव से हैं। बाकी केस मध्य प्रदेश और केरल से हैं।

डेल्टा प्लस वैरिएंट क्या है?

भारत में मिले कोरोनावायरस के डबल म्यूटेंट स्ट्रेन B.1.617.2 को ही विश्व स्वास्थ्य संगठन ने डेल्टा नाम दिया है। B.1.617.2 में एक और म्यूटेशन K417N हुआ है, जो इससे पहले कोरोनावायरस के बीटा और गामा वैरिएंट्स में भी मिला था। नए म्यूटेशन के बाद बने वैरिएंट को डेल्टा+ वैरिएंट या AY.1 या B.1.617.2.1 कहा जा रहा है।

K417N म्यूटेशन वाले यह वैरिएंट्स ओरिजिनल वायरस से अधिक इंफेक्शियस हैं। वैक्सीन व दवाओं के असर को कमजोर कर सकते हैं। दरअसल, B.1.617 लाइनेज से ही डेल्टा वैरिएंट (B.1.617.2) निकला है। इसी लाइनेज के दो और वैरिएंट्स हैं- B.1.617.1 और B.1.617.3, जिनमें B.1.617.1 को WHO ने वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट (VOI) की लिस्ट में रखा है और कप्पा नाम दिया है।

Related Articles