Advertisement

ऐसी हालत छत्रीचौक डिस्पेंसरी की…न स्टॉफ के पते थे और ना ही डॉक्टर पहुंचे

इंचार्ज बोले सुबह 9 बजे से सफाई होती है…10 बजे से काम होता है शुरु

Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

Advertisement

प्रतिदिन 60 से 70 मरीज उपचार के लिये आते हैं

उज्जैन। शासन ने लोगों की सुविधा के लिये शहरी के घनी आबादी वाले क्षेत्रों में शासकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खोले हैं। इसके पीछे मंशा यह कि लोगों को घरों के पास ही उपचार मिल सके, लेकिन शासकीय शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के आलम यह हैं कि शासन के निर्धारित समय को स्टाफ ने अपनी मर्जी से बदल लिया है और सुबह 9 के स्थान पर 10 बजे बाद यहां पहुंचते हैं।

Advertisement

सुबह 9.30 केवल डाटा इंट्री आपरेटर ही उपस्थित..

शहर की सबसे पुरानी छत्रीचौक डिस्पेंसरी के बोर्ड पर खुलने का समय सुबह 9 बजे और बंद होने का समय शाम 5 बजे लिखा है। अक्षर विश्व की टीम सुबह 9.30 बजे यहां पहुंची। दो सफाईकर्मी झाडू पोंछा कर रहे थे। एक कर्मचारी भी सफाई काम में लगा था। कम्प्यूटर कक्ष में ऑपरेटर मौजूद थीं। इसके अलावा अस्पताल स्टाफ का एक भी कर्मचारी यहां नहीं मिला। कर्मचारियों से पूछताछ की तो पता चला कि स्टाफ के लोग सुबह 10 बजे बाद ही आते हैं।

Advertisement

यह सुविधाएं हैं केन्द्र में

स्वास्थ्य केन्द्र सीएमएचओ के अधीन है। यहां पर प्रतिदिन 60 से 70 मरीज उपचार के लिये आते हैं। ड्यूटी डॉक्टर्स द्वारा उपचार और दवा वितरण के अलावा ब्लड आदि जांच भी प्रयोगशाला में होती है।

सीधी बात स्वास्थ्य केन्द्र इंचार्ज के साथ

  • स्वास्थ्य केन्द्र खुलने का समय क्या है
    10 बजे तक स्टाफ आ जाता है, इसके पहले सफाई आदि काम होते हैं।
  • लंच टाईम और बंद होने का समय
    लंच टाईम 1 से 2 के बीच है। मरीजों की संख्या कम ज्यादा होने के हिसाब से टाईम एडजस्ट कर लेते हैं। शाम ४-5 बजे स्वास्थ्य केन्द्र बंद होने का समय है।
  • कितने मरीज प्रतिदिन उपचार कराने आते हैं
    अनुमान के तौर पर प्रतिदिन 60-70 मरीज आते हैं यह संख्या कम ज्यादा हो सकती है। सभी का उपचार, जांच, दवा वितरण विधिवत किया जाता है।

-जैसा कि इंचार्ज डॉ. पी.सी. बुंदेला ने बताया

सुबह 6 से 9 बजे तक मजदूरों की भीड़- डिस्पेंसरी के सामने सुबह 6 से 9 बजे के बीच सराय में मजदूरों की भीड़ रहतीहै। इन्हें उपचार की आवश्यकता भी होती है, लेकिन स्टाफ ही सुबह 10 बजे बाद पहुंचता है। जरूरत पडऩे पर जिला चिकित्सालय जाना पड़ता है।

इतने लोगों का स्टाफ पदस्थ है

स्वास्थ्य केन्द्र में स्थायी और संविदा पर स्टाफ रखा गया है जिनमें डॉ. रेणुका डामोर एमओ, श्रीमती दिव्या सक्सेना स्टाफ नर्स, अकबर भाई गुट्टी लैब टेक्निशियन, श्रीमती स्मिता घनोरकर फार्मासिस्ट, श्रीमती प्रियंका परमार स्टाफ नर्स, श्रीमती पूजा बोडाना स्टाफ नर्स, मधुर तिवारी ड्रेसर, श्रीमती कमलेश केवट आया, श्रीमती कुसुम डंगोर स्वीपर, श्रीमती माया योगी एलएचवी, श्रीमती अर्चना शर्मा एएनएम, श्रीमती निर्मला अंधेरिया के अलावा 5 एएनएम हैं। डॉ. पी.सी. बुंदेला चिकित्सा अधिकारी और स्वास्थ्य केन्द्र के इंचार्ज भी हैं।

Related Articles