दिवाली पर लक्ष्मी पूजा में ध्यान रखे ये बातें

By AV NEWS

दिवाली का उत्सव धनतेरस के दिन से प्रारंभ हो गया है. दिवाली 12 नवंबर रविवार को मनाई जाएगी. उस दिन प्रदोष काल में माता लक्ष्मी की पूजा विधि विधान से की जाएगी, ताकि धन, संपत्ति, सुख, वैभव आदि में बढ़ोत्तरी हो. दरिद्रता दूर हो, आय के साधन बढ़ें, तिजोरी हमेशा धन से भरा रहे. दिवाली पर लक्ष्मी पूजा के नियमों को ध्यान में रखना चाहिए.

दिवाली 2023: लक्ष्मी पूजा के नियम

1. दिवाली की लक्ष्मी पूजा हमेशा प्रदोष काल में ही करना चाहिए. प्रदोष काल सूर्यास्त के बाद से प्रारंभ होता है. दिवाली पर सूर्यास्त शाम 05:29 बजे होगा.

2. दिवाली को पूजा के समय कमल पर विराजमान माता लक्ष्मी की मूर्ति की स्थापना करें. स्थाई धन और संपत्ति की प्राप्ति के लिए लक्ष्मी जी के साथ गणेश जी की पूजा करें.

3. पूजा के लिए लक्ष्मी-गणेश की प्रसन्न मुद्रा वाली ही मूर्ति लें. मूर्ति सुंदर और भव्यता वाली हो. उनके नैन नक्श सही हों. तेजहीन मूर्ति न लें. गणेश जी की वामावर्ती सूंड़वाली मूर्ति होनी चाहिए.

4. पूजा के समय ध्यान रखें कि मूर्ति खंडित न हो. पूजा स्थान पर लक्ष्मी-गणेश की एक ही मूर्ति हो. एक ही देवी और देवता की एक से अधिक मूर्ति नहीं रखते हैं. पुरानी मूर्ति को वहां से हटा दें और बाद में उसे विसर्जित कर दें.

5. लक्ष्मी पूजा में कमलगट्टा, लाल गुलाब, कमल के फूल, कुमकुम, सिंदूर, अक्षत्, धूप, दीप आदि का उपयोग करना चाहिए.

6. लक्ष्मी कृपा पाने के लिए पूजा के समय माता को पीली कौड़ियां अर्पित करें. पूजा में शंख का उपयोग करें.
7. दिवाली पर माता लक्ष्मी को खील-बताशे, दूध चावल या मखाने से बनी खीर, दूध से बनी कोई सफेद मिठाई का भोग लगाएं.

8. माता लक्ष्मी और गणेश जी के लिए घी का दीपक जलाएं. देवी-देवताओं को प्रसन्न करने के लिए घी का दीपक जलाते हैं. मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए आप तिल के तेल या सरसों के तेल का दीप जलाएं.

9. धन संकट से मुक्ति के लिए माता लक्ष्मी को 7 या 9 बत्ती वाला घी का दीप जलाना चाहिए. दिवाली पर दीपक जलाने के लिए अलसी के तेल का भी उपयोग कर सकते हैं. इससे राहु और केतु का दुष्प्रभाव दूर होता है और नजरदोष भी मिटता है.

10. यदि लक्ष्मी मंत्र का जाप करना चाहते हैं तो कमलगट्टे की माला का उपयोग करें.

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