रुप चौदस पर चांद सा ग्लो पाने के लिए इस उबटन का करें उपयोग

रुप चौदस त्योहार का एक जरुरी हिस्सा माना जाता है। इस दिन लोग सुबह उठकर उबटन लगाते हैं और फिर नहाते हैं। रुप चौदस का त्योहार दिवाली से ठीक 1 दिन पहले मनाया जाता है। इस बार रुप चौदस 30 अक्टूबर 2024, बुधवार को मनाया जाएगा। अपनी त्वचा को सवांरने के लिए उबटन का इस्तेमाल किया जाता है। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन शरीर पर उबटन लगाने से नकारात्मक ऊर्जा शरीर से दूर हो जाती है। आप भी चांद सा ग्लो पाने के लिए इस उबटन को लगाएं। आइए जानते हैं स्किन निखारने के लिए उबटन कैसे बनाएं?

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रूप चौदस पर उबटन कैसे बनाएं? 

रूप चौदस पर इस खास को उबटन को बनाने के लिए पहले को बेसन लें और फिर इसमें थोड़ा हल्दी मिला लें। इसके बाद इसमें गुलाब जल, हल्का सा दूध और थोड़ा चंदन मिला लें। फिर सबको एक उबटन की तरह तैयार कर लें। फिर इस उबटन को मिलाकर आप अपने चेहरे, हाथ-पैर और पीठ पर लगा लें। थोड़ी देर के बाद ये सूखने लगे तो हाथों में हल्का सा पानी मिलाकर इससे अपना चेहरा साफ करें। उसके बाद हाथ-पैरों की भी सफाई करें। इसके बाद ठंडे पानी से अपना चेहरा-हाथ और पैर साफ कर लें।

चंदन-गुलाब जल का फेस पैक

चंदन का उबटन स्किन के लिए बेहद फायदेमंद होता है। त्वचा पर चंदन लगाने से रैशेज, कील-मुहांसे, रेडनेस से छुटकारा मिल सकता है। इसे लगाने पर चेहरे पर ठंडक बनी रहता है। चंदन में एंटीइंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं, जो स्किन प्रॉब्लम को दूर कर सकते हैं और स्किन को ग्लोइंग और मुलायम बनाता है। इसे बनाने के लिए एक चम्मच चंदन पाउडर में कुछ बूंदे गुलाब जल मिलाएं और उबटन बना लें। इस उबटन को अपने चेहरे पर लगाएं। इसके बाद 15 मिनट बाद धो लें।

बादाम और दूध का उबटन

इस उबटन को चेहरे पर लगाने से कई फायदे मिलते हैं। इसमें पोषक तत्व कई मात्रा में होते हैं, जो स्किन को कई समस्याओं से दूर करते हैं। बादाम का तेल स्किन पर लगाने से झुर्रियां, दाग-धब्बे, एजिंग आदि की समस्या से छुटकारा मिलता है। बादाम और दूध का उबटन बनाने केलिए 5-6 बादाम भिगोए फिर भीगे हुए बादाम को पीसकर पेस्ट बना लें और उसमें दूध मिलाकर चेहरे पर लगाएं। 15 से 20 मिनट लगाएं और फिर हाथों से मसाज करते हुए उबटन को धो लें। इसके लगाने से चेहरे पर चमक आएगी और त्वचा मुलायम होगी।

रूप चौदस का महाउपाय

रुप चौदस वाले दिन स्नान करते समय तिल के तेल से विशेष रूप से अपने शरीर की मालिश करें. मान्यता है कि रूप चौदस या फिर कहें यम चतुर्दशी के दिन अपामार्ग को अपने सिर के ऊपर घुमाकर नदी में प्रवाहित कर देने से अकाल मृत्यु या फिर नर्क में जाने का भय नहीं रह जाता है. कुछ लोग अपामार्ग की पत्तियां भी जल में डालकर स्नान करते हैं.

मंत्र से पूरी होगी सौंदर्य की मनोकामना

रूप चर्तुदशी के दिन सुंदरता का वरदान पाने के लिए ‘ॐ ह्रीं सौन्दर्यं देहि कामेश्वराय ॐ नमः’ मंत्र का जाप करना चाहिए. रुप चौदस के दिन उबटन और विशेष स्नान के बाद संभव हो तो नये या फिर स्वच्छ और प्रेस किये हुए कपड़े पहनें और इत्र आदि का प्रयोग करें.

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