मकर संक्रांति गई, चाइना डोर नहीं

युवक का गला कटा, जान बच गई
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ढांचा भवन में पतंग कटते ही हुआ हादसा
गंभीर हालत में घायल को इंदौर भेजा गया
पतंग निकालते समय 11केवी में धमाका…
दो बच्चे दूर जा गिरे एक बालिका झुलसी
अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। मकर संक्रांति गई लेकिन अपने साथ चाइना डोर नहीं ले गई। आज भी यह डोर लोगों की जान की दुश्मन बनी हुई है। फाजपुरा में रहने वाला युवक इस डोर की चपेट में इस तरह आया कि यहां के डॉक्टरों ने हाथ खड़े कर दिए, उसे इंदौर ले जाया गया है।
बताया जाता है कि 21 वर्षीय इरशाद पिता इस्माइल साइकिल से एमआर-5 होते हुए ढांचा भवन में ज्ञानेश्वरी मंदिर की तरफ आया। वह आगे बढ़ता इसी बीच उधर से पतंग कटी और चाइना डोर ने इरशाद को अपनी चपेट में ले लिया। उसने बचने के भरपूर प्रयास किए, लेकिन डोर उसके गले से होती हुई हाथ में उलझ गई। इस घटना में उसका गला लहूलुहान हो गया। क्षेत्र के लोगों ने उसकी मदद की और अस्पताल पहुंचाया। परिवार के लोग भी चरक अस्पताल पहुंचे। डॉक्टर ने बताया कि इरशाद बुरी तरह जख्मी हुआ है। उसके गले पर छह ईंच लंबा और एक ईंच गहरा घाव हुआ है। गनीमत है कि श्वांस नली तक डोर नहीं पहुंची वरना उसका बचना मुश्किल हो जाता। प्राथमिक उपचार के बाद उसे इंदौर रैफर कर दिया गया। अब उसका संपूर्ण इलाज वहीं होगा।
विवेकानंद कॉलोनी में हुआ हादसा
विवेकानंद कॉलोनी में विवकेश्वर मंदिर के पास कुंआ है। यहीं से ११ केवी लाइन जा रही है। तीन बच्चे पतंग निकालने की कोशिश कर रहे थे। ११-१२ साल के यह बच्चे इस बात से अंजान थे कि पाइप से कोई हादसा भी हो सकता है। १२ वर्षीया आशा नामक बालिका के हाथ में पाइप था। उसने पतंग निकालने का प्रयास किया। पाइप बिजली की लाइन को छू गया और धमाका हुआ। दो बच्चे दूर जाकर गिरे, लेकिन आशा झुलस गई। उसके हाथ और पैर की अंगुलियां झुलस गई। धमाका होते ही क्षेत्र के लोग कुएं की तरफ दौड़े तब उन्हेें पता चला कि आशा झुलस गई है। उसे चरक अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
तराना: छात्र का होंठ कट गया
त राना के मानस भवन क्षेत्र में हिमेश पिता महेश खत्री निवासी तालाब की पाल साइकिल से कुछ काम के लिए जा रहा था, तभी अचानक चाइना डोर में उलझ गया। जिससे उसका होंठ कट गया और गंभीर घायल हो गया होंठ से खून बहना शुरू हो गया। इसके बाद आसपास वालों ने एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया। घटना के बाद समाजसेवी, सीएम राइज स्कूल का स्टॉफ और प्राचार्य दिग्विजय सिंह चौहान अस्पताल पहुंचे और विद्यार्थी के हालचाल जाने तथा इस घटना को बहुत ही दुखद बताया और कहा कि चाइना डोर होठ पर आई अगर थोड़ी भी नीचे आ जाती तो गला ही कट जाता। शासन-प्रशासन से मांग की है कि अब मकर संक्रांति का पर्व निकल गया है। चाइना डोर से पतंगबाजी को पूर्ण रूप से बंद कराया जाए।