शहर के प्रबुद्धजनों ने बजट को बताया एतिहासिक, स्वागत किया
अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। प्रदेश की मोहन सरकार के बजट का प्रबुद्धजन ने जमकर स्वागत किया है। उनके अनुसार इसमें सेगमेंटवाइज ग्रोथ को बढ़ावा देने का प्रावधान किया गया है। यह बजट भविष्य की जरूरत को देखते हुए तैयार किया है और इसमें उठाए गए कदम यह बताते हैं कि मध्यप्रदेश देश की ग्रोथ का इंजन बनेगा। २०४७ के पहले ही मध्यप्रदेश विकसित राज्यों की श्रेणी में आ जाएगा। बजट में हर वर्ग के लिए प्रावधान किए गए हैं। यह सबसे अच्छी बात है कि इससे हर वर्ग का उत्थान होगा और सभी एक जैसी तरक्की करेंगे।
एकदम ठीक एप्रोच कमिटमेंट पर जोर
बजट में ग्रोथ के हर एक सेक्टर को कवर किया है। यह ग्रोथ केंद्रित है। यह बताता है कि सरकार प्रदेश में हर क्षेत्र का विकास करना चाहती है। चाहे वह उद्योग हो या कृषि। सरकार हर क्षेत्र में स्थायी रोजगार पर फोकर कर रही है, ताकि विकासदर तेज बनी रहे। इस दृष्टि से हम कह सकते हैं कि बजट की एप्रोच एकदम ठीक है और यह सरकार के हर कमिटमेंट को पूरा करने वाला है।
विष्णु जाजू, उद्योगपति
विकसित मध्यप्रदेश का ब्लूप्रिंट
प्रदेश बजट विकसित मध्यप्रदेश का ब्लूप्रिंट है। 4 लाख 21 हजार करोड़ रुपए की राशि का बजट यह बताता है कि सरकार प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाना चाहती है। अभी प्रदेश की विकास दर १३ फीसदी से ज्यादा है। बजट मल्टी डायमेंशन है। इसमें उद्योग, कृषि, नवीन ऊर्जा, हाईवे, शिक्षा से लेकर महिला, युवा और बुजुर्गों तक के लिए प्रावधान किए गए हैं। कामकाजी महिलाओं के लिए हॉस्टल बनाने से अर्थव्यवस्था में महिलाओं की भागीदारी बढ़ेगी। विकास की रफ्तार ऐसी ही रही तो मध्यप्रदेश 2047 से पहले ही विकसित श्रेणी में शामिल हो जाएगा।
आनंद बांगड़, उद्योगपति
सिंहस्थ का यह प्रथम चरण है
मोहन सरकार ने सिंहस्थ के लिए दो हजार करोड़ का प्रावधान किया है, यह प्रथम चरण है। बजट एक साल के लिए जारी होता है। आने वाले बजट में और भी राशि मिलेगी। फिलहाल यह बजट विकासोन्मुखी और रोजगारोन्मुखी है। उद्योगों पर केंद्रित है इससे रोजगार बढ़ेगा और प्रदेश की आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा। हमारा प्रदेश अब गुजरात, महाराष्ट्र और आंध्रप्रदेश की तरह विकास की राह पर है। कोई अतिरिक्त भार नहीं है। सभी वर्गों का ख्याल रखा गया है।
पीके दास, कर सलाहकार