संतों पर हुए हमले से जैन समाज आहत, आज ज्ञापन देंगे

समाजसेवी बोले, हमलावरों को कठोर दंड दिया जाए

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अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। जावद तहसील के ग्राम कछला के हनुमान मंदिर में विश्राम के लिए रुके जनसंतों पर हुए प्राण घातक हमले से समस्त जैन समाज आक्रोशित है। हमलावरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर जैन समाज की ओर से आज कलेक्टर को ज्ञापन दिया जाएगा।

जैन समाज के वरिष्ठ समाजसेवी चन्द्रप्रकाश गादिया ने कहा कि जैन संत किसी एक समाज के नहीं वे पूरे राष्ट्र के संत है। उनकी तपस्या को पूरा देश मानता है। वे राग, द्वेष, धन, संपदा, मोह, माया आदि से परे रहकर साधना करते हैं। उन पर हुआ यह हमला निंदनीय है। हमलावरों के खिलाफ सरकार ऐसी कार्रवाई करें कि भविष्य में कोई व्यक्ति इस प्रकार का कृत्य न कर सकें। जैन समाज के वरिष्ठ समाजसेवी संजय बाफना ने कहा कि जैन संतों के पास संचार का कोई साधन नहीं होता। शाम के बाद तो उनके पास पीने को जल भी नहीं होता। ऐसे तपस्वियों पर हुआ हमला प्रत्येक समाज के लिए दुखदायी है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में वहां की सरकार ने संतों के विश्राम के लिए विहारधाम बनाए है। मध्यप्रदेश में भी ऐसी व्यवस्था होना चाहिए। ग्रामीण क्षेत्रों में कई स्कूलों के पास खाली जमीन है। वहां थोड़ी सी जमीन जैन समाज को मिल जाए तो संतों का विहार स्थल बन सकता है।

शैलेन्द्र राठौर ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि इस घटना ने एक बार पुन: जैन समाज को हिलाकर रख दिया है। जैन संत किसी से कुछ नहीं लेते। फिर क्या कारण है कि ये गुंडे बदमाश उन पर हमला करते हैं। उनके खिलाफ सरकार कड़ी कार्रवाई करें। वरुण श्रीमाल ने कहा कि जैन संतों पर हुआ हमला निंदनीय है। हमें उनकी सुरक्षा के बारे में चिंतन करना होगा। यदि हमलावरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं हुई तो अन्य बदमाशों के हौसले बुलंद होंगे। हम कलेक्टर को ज्ञापन देकर सरकार से मांग करेंगे कि जैन संतों की सुरक्षा पर ध्यान दिया जाए।

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