सीएसपी और एबीवीपी कार्यकर्ताओं के बीच तकरार रात डेढ़ बजे एएसपी का आश्वासन मिलने के बाद हटे

दोनों ने एक दूसरे पर लगाए आरोप, जांच की जाएगी

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रात 10 बजे खाक चौक पर विवाद जीवाजीगंज थाना घेरा

सीएसपी का पुतला लेकर एसपी ऑफिस के बाहर दिया धरना

अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। एबीवीपी कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच सोमवार करीब दस बजे खाक चौक पर तीखी बहस हो गई। बात इस कदर बिगड़ गई कि एबीवीपी के कार्यकर्ता व पदाधिकारी कुछ ही देर मे बड़ी संख्या में जीवाजीगंज घेरने पहुंच गए। यहां बड़ी देर तक हंगामा किया। जब कोई अधिकारी नहीं पहुंचा तब कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए रवाना हो गए। वरिष्ठ अधिकारियों तक इस हंगामे की खबर पहुंच चुकी थी। यह माना जा रहा था कि विवाद शांत हो चुका है। कुछ ही देर बाद कार्यकर्ताओं का हुजूम जीवाजीगंज सीएसपी सुमित अग्रवाल का पुतला लेकर एसपी ऑफिस पहुंच गया।

कार्यकर्ताओं ने यहां धरना देकर नारेबाजी शुरू कर दी। उनका आरोप था कि हमारे कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट हुई है। पुलिसकर्मियों का मेडिकल कराया जाए। सूचना मिलने पर एएसपी नीतेश भार्गव मौके पर पहुंचे। भार्गव ने अपनी बात कहनी चाही लेकिन लेकिन उत्तेजित कार्यकर्ता कुछ सुनने को तैयार नहीं थे। इधर, कार्यकर्ताओं द्वारा दिए गए धरने और की जा रही नारेबाजी की सूचना पूरे पुलिस महकमे तक पहुंच गई। इस समय सभी थाना प्रभारी अपनी टीम के साथ गश्त पर थे। सूचना मिलते ही माधवनगर थाना प्रभारी राकेश भारती, नीलगंगा थाना प्रभारी तरुण कुरील, देवासगेट थाना प्रभारी अनिला कैथवास सहित कई पुलिसकर्मी मौके पर पहुंच गए।

सीएसपी और पुलिसकर्मियों पर आरोप लगाए गए
हंगामे के बीच एबीवीपी के महामंत्री आदर्श चौधरी ने कहा कि हमारे कार्यकर्ता खाक चौक पर खड़े बात कर रहे थे। इसी बीच सीएसपी सुमित अग्रवाल पुलिसकर्मियों के साथ आए और वहां खड़े होने का कारण पूछा। कार्यकर्ताओं ने सलीके से अपनी बात कही। सीएसपी और पुलिसकर्मियों ने लाठियों से मारपीट शुरू कर दी। अंकित ठाकुर और सत्यम दीक्षित को चोट आई है। आदर्श ने यह आरोप भी लगाया कि पुलिसकर्मी नशे में थे। अपनी बात कहने के लिए कार्यकर्ता जीवाजीगंज थाना पहुंचे थे, वहां कोई नहीं आया तब एसपी कार्यालय आए।

सीएसपी ने कहा- हम लोग गश्त पर थे
सीएसपी सुमित अग्रवाल ने कहा कि सोमवार की रात हम लोग गश्त पर थे। खाक चौक पर कुछ लडक़े झुंड बनाकर खड़े थे। चंूकि महाकाल क्षेत्र में हाल ही में हत्या हुई है, इसलिए पुलिस ने गश्त तेज कर दी है। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पूछना हमारा फर्ज था। वहां मौजूद लडक़ों ने जाने के बजाए बदतमीजी शुरू कर दी।

एसएसपी ने दिया आश्वासन तब हटे
हंगामा कर रहे कार्यकर्ताओं को एएसपी नीतेश भार्गव ने अपनी ओर से समझाने का प्रयास किया। कार्यकर्ता अपनी मांग पर अड़े हुए थे। रात डेढ़ बजे भार्गव ने आश्वस्त किया कि मामले की तत्काल जांच की जाएगी और कार्रवाई थी होगी। इस आश्वासन के बाद कार्यकर्ता मान गए और धरना समाप्त कर दिया।

जाते-जाते दे गए चेतावनी
एएसपी के आश्वासन के बाद कार्यकर्ताओं ने धरना तो समाप्त कर दिया लेकिन जाते-जाते चेतावनी भी दे गए। उन्होंने कहा कि एक दिन में यदि कार्रवाई नहीं हुई तो चक्काजाम करेंगे, उग्र आंदोलन करेंगे। वे अपने साथ पुतला भी लाए थे। जाते समय पुतला भी साथ ले गए।

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