वाहन शोरूम के मैनेजर ने कर्ज से परेशान होकर जहर खाया, इलाज के दौरान मौत

शहीद पार्क के समीप निजी अस्पताल में चल रहा था इलाज, पीएम के बाद शव परिजनों को सौंपा

Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

अक्षरविश्व न्यूज|उज्जैन। तराना थाना क्षेत्र के रहने वाले वाहन शोरूम मैनेजर ने जहर खा लिया। उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती करवाया जहां इलाज के दौरान शनिवार शाम उसकी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि कर्ज से परेशान होकर उसने जहर खाया। रविवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया।

मृतक का नाम नितेश पिता दिलीप गोयल (२५) निवासी नगर निगम कॉलोनी, तराना है। उसके दोस्त पुलकित ने बताया कि वह तराना में होंडा शोरूम में मैनेजर था। शुक्रवार को उसने घर पर जहर खा लिया और इसके बाद शोरूम चला गया। वहां पहुंचते ही नितेश गिर गया जिसके बाद उसे तत्काल उज्जैन स्थित निजी अस्पताल में भर्ती करवाया जहां शनिवार शाम करीब ४ बजे इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। रविवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के हवाले कर दिया गया।

परिवार सदमे में

दोस्त पुलकित ने बताया कि नितेश पर कुछ कर्ज था जिसके कारण वह परेशान था। बीच में उसने काफी कर्ज चुका भी दिया था लेकिन उसके बाद फिर कर्ज हो गया था। उसकी शादी हो चुकी थी और १० माह का बच्चा भी है। घर में माता-पिता और एक भाई है। नितेश ऐसा जानलेवा कदम उठा लेगा, इसका अंदाजा किसी को नहीं था। उसकी मौत से परिवार सदमे में है।

मेडिकल एजेंसी संचालक ने भी दी थी जान

इसी तरह की घटना चिंतामन थाना क्षेत्र में भी हुई थी जहां ग्राम बामोरा के रहने वाले २८ वर्षीय मेडिकल एजेंसी संचालक मनोज पिता बाबूलाल मकवाना ने कर्ज से परेशान होकर शुक्रवार को सल्फास खा लिया था। जिसकी उज्जैन स्थित निजी अस्पताल में इलाज के दौरान शाम को मौत हो गई थी। उस पर करीब ८ से १० लाख रुपए का कर्ज हो गया था और सूदखोर लगातार रुपए की मांग कर रहे थे।

Related Articles