रामघाट पर स्नान के दौरान डूबा भोपाल का युवक दोस्तों के साथ महाकाल दर्शन के लिए आया था

बारिश के चलते बढ़ा हुआ है शिप्रा का जलस्तर
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उज्जैन। रामघाट पर बुधवार सुबह भोपाल का युवक स्नान करने के दौरान गहरे पानी में चले जाने से डूब गया। तैराकों ने उसे बाहर निकाला लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। मृतक अपने दोस्तों के साथ महाकाल दर्शन के लिए उज्जैन आया था।
मां शिप्रा तैराक दल के सचिव संतोष सोलंकी ने बताया कि समीर पिता हरिओम मीणा निवासी इमलिया, भोपाल अपने 6 दोस्तों के साथ महाकाल दर्शन के लिए उज्जैन आया था। बुधवार सुबह 7 से 8 बजे के बीच सभी दोस्त नहाने के लिए सिद्ध आश्रम घाट पहुंचे। यहां बारिश के चलते शिप्रा का जलस्तर बढ़ा हुआ है। सभी दोस्त नदी में उतरे तभी अचानक समीर गहरे पानी में चला गया और डूबने लगा। यह देख दोस्तों ने मदद के लिए शोर मचाया जिसके बाद मां शिप्रा तैराक दल के तेज कहार, पप्पू कहार, दीपक कहार, मन्नू कहार, राज कहार, रूपसिंह कहार, दिनेश कहार, जितेंद्र कहार और होमगार्ड जवान नदी में कूदे और करीब आधे घंटे बाद समीर को बाहर निकाला लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
शिप्रा का जलस्तर बढ़ा हुआ
शहर और आसपास हो रही बारिश के चलते इन दिनों शिप्रा का जलस्तर बढ़ा हुआ है। बुधवार को पानी छोटी रपट को छू रहा था। जलस्तर बढऩे से सीढिय़ां पानी में डूबी रहती है जिस पर काई जमी होती है। नहाने के दौरान श्रद्धालु फिसलते हुए गहरे पानी में चले जाते हैं जिससे हादसे होते हैं।
दो दिन पहले मां-बेटी को बचाया था
सोमवार को भी आंध्रप्रदेश से आई ४५ वर्षीय लक्ष्मी कुमारी रविदास घाट पर स्नान कर रही थीं। इस दौरान वह गहराई में चली गई और डूबने लगी। यह देख उनकी बेटी ने उन्हें बचाने की कोशिश की लेकिन वह भी डूबने लगी। उन्हें छटपटाता देख होमगार्ड जवान सुनील सिंह ने मां-बेटी को रस्सी की मदद से सुरक्षित बाहर निकाला।