नाबालिग को बहला-फुसलाकर ले गया था, दो थानों की पुलिस ने मिलकर पकड़ा

कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने जेल भेजा
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अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। नाबालिग को बहला-फुसलाकर दो बार अपने साथ ले जाने वाले बदमाश को चिमनगंज मंडी एवं पंवासा पुलिस ने मिलकर गिरफ्तार किया है। उसके कब्जे से सकुशल नाबालिग को छुड़ाकर कर परिजनों के हवाले किया है। पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
पुलिस ने बताया कि इसी साल 18 मार्च को फरियादिया ने पंवासा थाने में दर्ज करवाई रिपोर्ट में बताया कि उसके छोटे भाई के तीन बच्चे उसके साथ ही रहते हैं। 18 मार्च को देर रात करीब 1.30 बजे देखा तो भतीजी बिस्तर पर नहीं थी। परिजनों ने आसपास और रिश्तेदारी में तलाश किया लेकिन कुछ पता नहीं चला।
इस पर संदेह हुआ कि कोई उसे बहला-फुसलाकर ले गया है। मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की। लगातार प्रयास के बाद 8 अप्रैल को पुलिस ने नाबालिग को शंकरपुर से ढूंढकर परिजनों को सौंप दिया। बालिका के कथन पर पुलिस ने प्रकरण में 64 बीएनएस और पॉक्सो एक्ट की धाराओं का इजाफा किया। मामले में आरोपी शंकर पिता भागीरथ बंजारा निवासी शंकरपुर फरार चल रहा था जिसे पुलिस सरगर्मी से तलाश रही थी।
फिर भगा ले गया बालिका को
इधर, बालिका अपने परिजनों के साथ चिमनगंज मंडी क्षेत्र में रह रही थी, इसी दौरान बदमाश शंकर बंजार उसे फिर से बहला-फुसलाकर फिर अपने साथ भगा ले गया। मामले में 3 अप्रैल को चिमनगंज पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया। घटना की गंभीरता को देखते हुए पंवासा और चिमनगंज मंडी पुलिस ने मिलकर आरोपी की तलाश की जिसमें आरोपी की लोकेशन इंदौर के गांधीनगर क्षेत्र की मिली। इसके बाद पुलिस टीम ने इंदौर में दबिश देकर आरोपी शंकर बंजारा को गिरफ्तार कर नाबालिग को सकुशल दस्तयाब कर उसे परिजनों के सुपुर्द कर दिया। आरोपी को कोर्ट में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
घर से बिना बताए गई बालिका, पुलिस ने खोज निकाला
इधर, भैरवगढ़ पुलिस ने भी 2 नवंबर को घर से बिना बताए गई 12 साल की नाबालिग बालिका को खोजकर उसे परिजनों के हवाले कर दिया। इसके लिए पुलिस टीम ने संभावित स्थानों पर तलाश करते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों से पूछताछ की। साथ ही तकनीकी साधनों की सहायता भी ली।









