ईरानी गैंग से मिले गहनों की ठगी के सुराग

अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। कभी नकली पुलिस अधिकारी बनकर, कभी ज्योतिष बनकर तो कभी व्यापारी बनकर खासतौर पर महिलाओं को निशाना बनाने और उन्हें बातों में उलझाकर सोने की आभूषण ठग लिए जाने की उज्जैन जिले में कई वारदात हो चुकी हैं। इन सभी वारदातों में ईरानी गैंग का कनेक्शन सामने आया है। पुलिस ने फरवरी में उज्जैन जिले में हुई तीन वारदात को सुलझा लिया है, जबकि नवंबर में दो तालाब इंदौर रोड के नजदीक हुई एक घटना के आरोपियों की भी पहचान कर ली गई है, उम्मीद है इसके आरोपी भी जल्द जेल पहुंच जाएंगे।
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नीलगंगा थाना क्षेत्र के शांति नगर इलाके में जनरल स्टोर संचालित करने वाली महिला सावित्री पति जगदीश नागर के पास 24 फरवरी को दो बदमाश पहुंचे थे। इन्होंने खुद को ज्योतिष बताया था। दोनों ही आरोपियों ने महिला से कहा कि वे अपने आभूषण एक बरकती नोट में लपेटकर गल्ले में रखे, इससे कारोबार अच्छा चलेगा। बातों में उलझाकर दोनों ही आरोपी महिला से कान के टॉप्स ठगकर ले गए थे। इसी दिन उन्हेल में जनरल स्टोर संचालित करने वाली महिला और बडऩगर में भी ठीक इसी तरह की वारदात हुई थी।

कुछ दिन पहले ग्वालियर जिले के डबरा में पुलिस ने ईरानी गैंग के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया, उज्जैन की वारदातों में भी इनकी संलिप्तता सामने आने के बाद नीलगंगा पुलिस इन्हें न्यायालय के जरिए रिमांड पर उज्जैन लाई है। आरोपियों के नाम हैदर पिता मुजफ्फर अली और अफजल पिता अच्छेमियां है। दोनों ही आरोपी भोपाल में निशातपुरा के नजदीक अमन कॉलोनी के रहने वाले हैं।
दो और आरोपियों की पहचान हुई: 8 नवंबर को इंदौर रोड स्थित दो तालाब के नजदीक मंदिर में दर्शन करने जा रही वृद्ध महिला सरोज पति प्रेमचंद जैन निवासी सांईधाम कॉलोनी के साथ भी ठगी की वारदात हुई थी। हेलमेट लगाए दो आरोपी उनके पास पहुंचे, खुद को पुलिस अधिकारी बताया और महिला को अपराध का डर बताकर उनकी सोने की चार चूडिय़ां ठग ले गए थे। नीलगंगा थाना प्रभारी तरुण कुरील के मुताबिक इस मामले में भी ईरानी गैंग का ही कनेक्शन सामने आया है। आरोपियों की पहचान भी कर ली गई है, जल्द ही इनकी गिरफ्तारी हो जाएगी।
क्या होती है ईरानी गैंग: ईरानी गैंग से तात्पर्य ऐसे लोगों से जिनके पूर्वज कभी ईरान से भारत आकर बसे थे और देश के अलग-अलग हिस्सों में अब ये सभी भारतीय नागरिक बनकर समूहों में रहते हंै। इनमें से कई परिवार अपराधों में संलिप्त है, खासतौर पर इस गिरोह के लोग दिल्ली, भोपाल और ग्वालियर जैसे शहरों में ठगी करते आए हंै। मालवा में सामने आए ठगी के अपराधों में भोपाल की ईरानी गैंग के सक्रिय होने के साक्ष्य सामने आए हैं।








