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सभी वीडियो कोच बसें एक दिसंबर से अब नानाखेड़ा बस स्टैंड से ही चलेंगी

इंदौर, देवास की बहुत-सी बसें आज भी देवासगेट से चल रही हैं, अब नहीं चलेंगी

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यातायात पुलिस ने दी ऑपरेटरों को समझाइश, नियम का उल्लंघन करने पर जुर्माना

अक्षरविश्व न्यूज|उज्जैन। सड़क यातायात समिति द्वारा वर्षों पूर्व निर्णय लिया था कि वीडियो कोच एवं देवास, इंदौर की ओर आवागमन करने वाले बसों का संचालन नानाखेड़ा बस स्टैंड से होगा, लेकिन उसका पूरी तरह पालन आज तक नहीं हो पाया। आज भी आलम यह है कि सुबह के समय कई बस मालिकों की बसें देवास गेट बस स्टैंड से भराती हैं और इंदौर के लिए रवाना हो जाती हैं। इसी प्रकार कई बसें देवास के लिए भी रवाना होती हैं। पछले दिनों हुई मीटिंग में फिर यह मुद्दा उठा। बस आपरेटरों को 15 दिन का समय दिया गया। समय सीमा पूरी होने पर गुरुवार को आरटीओ व यातायात थाने के अफसर देवासगेट बस स्टैंड पहुंचे। अब ऑपरेटरों ने दो दिन का समय मांगा है।

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ट्रैफिक डीएसपी दिलीपसिंह परिहार ने बताया कि गुरुवार को आरटीओ की टीम के साथ देवासगेट बस स्टैंड पहुंचकर बस आपरेटरों को समझाइश दी है। उनके द्वारा दो दिन का और समय मांगा गया है। 1 दिसंबर से नई व्यवस्था पूरी तरह लागू कर दी जाएगी। यदि कोई नियम का उल्लंघन करता है तो उसके खिलाफ आरटीओ द्वारा जुर्माना किया जाएगा। पुलिस का कहना है कि आगर रोड से देवासगेट की ओर आने वाली वीडियोकोच बसों को दरगाह चौराहे से डायवर्ट करते हुए सीधे नानाखेड़ा बस स्टैंड पहुंचाएंगे। देवासगेट बस स्टैंड से सिर्फ आगर रोड होते हुए बड़नगर, तराना, घट्टिया तरफ जाने वाली बसों का संचालन होगा।

ऐसे हो रहा नियमों का उल्लंघन

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देवासगेट बस स्टैंड से तराना, घट्टिया, उन्हेल, बड़नगर रोड की तरफ जाने वाली अंतरप्रांतीय बसों का संचालन करने का नियम है तथा देवास, इंदौर और वीडियोकोच बसों का संचालन नानाखेड़ा बस स्टैंड से, लेकिन इस नियम का बस ऑपरेटरों द्वारा पालन नहीं किया जा रहा है। अंतर्राज्यीय वीडियो कोच बसें देवास गेट बस स्टैंड पर पहुंच रही हैं। यहीं से सवारी बैठाने, माल उतारने व चढ़ाने का काम भी होता है।

पुलिस के सामने होती है मनमानी

देवासगेट थाने के पुलिसकर्मी बस स्टैंड चौराहा पर 24 घंटे तैनात रहते हैं। यहां ट्रॉफिक पुलिस का पाइंट भी लगता है। सुबह से देर रात तक देवासगेट बस स्टैंड से ही इंदौर…इंदौर…इंदौर की आवाजें लगाकर कंडक्टर बसों में सवारी बैठाते हैं। पुलिसकर्मी उन्हें सिर्फ देखते रहते हैं। यही हालत वीडियोकोच बसों की भी है। स्थिति यह है कि नंबर और टाइम के चक्कर में बस ऑपरेटर अंधाधुंध गति से अपनी बसें चलाते हैं जिस कारण यहां दुर्घटनाएं भी होती है वहीं दूसरी ओर देवासगेट से चलकर उक्त बसें रेलवे स्टेशन, मालगोदाम, इंदौरगेट, हरिफाटक ब्रिज तक सवारी बैठाते चलती हैं जिस कारण ट्राफिक जाम होता है।

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