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कार और बाइक में उलझी चाइना डोर, बाल-बाल बचे वाहन चालक

तार हो गए बेकार, प्रतिबंध के बावजूद चायना डोर पर नहीं लग पा रही लगाम

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अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। लाख कोशिशों के बाद भी प्रशासन और पुलिस चाइना डोर से पतंगबाजी करने वालों पर लगाम नहीं लगा सकी है। लिहाजा एक बार फिर शुक्रवार शाम हरिफाटक ओवरब्रिज के ऊपर से महाकाल की ओर जा रही कार में अचानक चाइना डोर फंस गई। यह देख चालक ने ब्रेक लगाया तो डोर उसके पीछे आ रही बाइक में भी उलझ गई। इसके कार और बाइक चालक ने मिलकर डोर निकाली और उसके वहां से फेंका। गनीमत रही कि वाहन चालक ने ब्रेक लगाए अन्यथा गंभीर हादसा हो सकता था।

हरिफाटक ब्रिज पर तार लगाए, काम ना आए
हरिफाटक ब्रिज पर एहतियात के तौर पर दोनों ओर तार बांधे गए हैं ताकि चाइना डोर को ब्रिज पर आने से रोका जा सके लेकिन शुक्रवार को तार भी बेकार साबित हुए और डोर कार से होते हुए बाइक में उलझ गई जिसके चलते हादसा होते-होते बच गया। हर साल तार बांधने के बावजूद यहां होने वाले हादसों से पता चलता है कि सुरक्षा के इंतजाम बिल्कुल नाकाफी हैं।

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हर साल प्रतिबंध
दरअसल, हर साल चाइना डोर से मकर संक्रांति के मौके पर पतंगबाजी होती है जिसके कारण लोग हादसे का शिकार होते हैं। हालांकि, हर साल प्रशासन इस पर प्रतिबंध भी लगाता है लेकिन यह प्रतिबंध कागजी साबित होता है। इस वर्ष भी कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने दो माह पहले जिलेभर में डोर पर प्रतिबंध लगाया, पुलिस लगातार कार्रवाई भी कर रही है लेकिन फिर भी इसके इस्तेमाल पर रोक नहीं लग पा रही है।

जब चली गई थी युवती की जान
घासमंडी स्थित जीरो पॉइंट ब्रिज पर 15 जनवरी 2022 को एक्टिवा से जा रही नेहा आंजना की चायना डोर से गला कटने से मौत हो गई थी। इसके अलावा इसी साल 26 दिसंबर को शिक्षा विभाग के कर्मचारी प्रहलाद मोदे निवासी कस्तूरी बाग कॉलोनी का भी गला कट गया जिन्हें 8 टांके लगाने पड़े थे। यहां ब्रिज के आसपास आबादी रहती है जिनकी छत ब्रिज से लगती है। ऐसे में हादसे का खतरा सबसे ज्यादा है।

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