कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष पटवारी ने किसान परिवार को दी सांत्वना

लाव-लश्कर के साथ महिदपुर के बागला पहुंचे, प्रदेश सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा, हरसंभव मदद का दिया आश्वासन
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अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी मंगलवार को महिदपुर के बागला गांव पहुंचे और सोयाबीन उपज का कम उत्पादन होने से खुदकुशी करने वाले किसान रामसिंह भांभी के घर पहुंचकर शोक जताया। उनके साथ कांग्रेस जिलाध्यक्ष महेश परमार, महिदपुर विधायक दिनेश जैन, उज्जैन शहर अध्यक्ष मुकेश भाटी, नगरनिगम में नेता प्रतिपक्ष रवि राय सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसी शामिल थे।
भोपाल से उज्जैन पहुंचे पटवारी का काफिला नारायणा होते हुए बागला पहुंचा। तीन दिन पहले गांव के रामसिंह भांभी ने खुदकुशी कर ली थी। ६ बीघा जमीन के काश्तकार भांभी ने 3 बीघा में सोयाबीन की फसल बोई थी। थ्रेशर से वह रविवार को सोयाबीन निकलवा रहे थे, लेकिन केवल 1 क्विंटल 20 किलो उपज देख वह सकते में आ गए। फसल के नुकसान से परेशान होकर उन्होंने जहरीला पदार्थ खा लिया और जान दे दी। इस बात की जानकारी लगने पर कांग्रेस की जिला एवं शहर इकाई ने सोमवार को उज्जैन में प्रदर्शन किया था। इस बात की जानकारी प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी को भी दी थी और किसान के परिवार का हालचाल जानने के लिए ही पटवारी मंगलवार शाम बागला पहुंचे थे।
पटवारी ने किसान के परिजनों से चर्चा की और उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। क्षेत्रीय विधायक ने 25 हजार रुपए की मदद देने का भरोसा दिलाया। जिलाध्यक्ष महेश परमार ने बताया कि बारिश ने सोयाबीन की फसल खत्म कर दी है और सरकार की तरफ से अब तक कोई मदद नहीं मिली है। कायदे से सर्वे कराकर मदद उपलब्ध करानी चाहिए थी लेकिन ऐसा नहीं हो रहा। सरकार झूठे प्रचार और इवेंट मैनेजमेंट में व्यस्त है। उसे अन्नदाता का दर्द दिखाई नहीं दे रहा है।
कांग्रेस की मांगें
24 घंटे में सर्वे का आदेश अगले 24 घंटों में पूरे जिले में फसल बर्बादी के निष्पक्ष सर्वे का आदेश जारी किया जाए।
तत्काल अंतरिम राहत: सर्वे की रिपोर्ट का इंतजार किए बिना, हर प्रभावित किसान को 50,000 प्रति हेक्टेयर की तत्काल अंतरिम राहत राशि दी जाए।
बीमा कंपनियों पर नकेल सरकार बीमा कंपनियों पर नकेल कसे और 15 दिनों के भीतर किसानों को फसल बीमा की पूरी राशि का भुगतान सुनिश्चित करे।
दो पूर्व विधायक , प्रदेश महामंत्री को नोटिस अनुशासन समिति अध्यक्ष ने पूर्व विधायक बटुकशंकर जोशी, मुरली मोरवाल, प्रदेश महामंत्री माया त्रिवेदी, चेतन यादव, प्रदेश सचिव हेमंत सिंह चौहान, विवेक यादव, जितेंद्र तिलकर, कैलाश बिसेन और दीपक मेहरे को नोटिस जारी किया है।
किसान न्याय यात्रा: अंसतुष्ट नेताओं को नोटिस जारी
12 सितंबर को कांग्रेस संगठन की किसान न्याय यात्रा से हटकर अलग प्रदर्शन करने वाले अंसतुष्ट कांग्रेसियों को प्रदेश नेतृत्व ने शोकाज नोटिस थमा दिए हैं।
जिलाध्यक्ष महेश परमार और शहर अध्यक्ष मुकेश भाटी की अगुवाई में हुई इस न्याय यात्रा में प्रदेश के बड़े नेताओं ने शिरकत की थी लेकिन डॉ. बटुकशंकर जोशी समर्थक नेताओं और कार्यकर्ताओं ने इससे दूरी बनाई थी। डरो मत के नारे का हवाला देने वाले इन नेताओं ने आगर रोड पर निगमकार्यालय के सामने अपना अलग तंबू तान दिया था और चामुंंडा चौराहे पर अलग ज्ञापन दिया था। इनमें आजाद यादव, मुरली मोरवाल, रवि शुक्ला, महेश सोनी, माया राजेश त्रिवेदी, हेमंतसिंह चौहान जितेंद्र तिलकर नाना, गब्बर कुवाल, विक्की यादव जैसे बड़े नाम शामिल थे।
प्रदेश कांग्रेस की अनुशासन समिति के प्रमुख राजेंद्रकुमार सिंह ने इन सभी को नोटिस जारी किए हैं। नोटिस मिलने के संबंध में विक्की यादव, रवि शुक्ला से बात करने की कोशिश की लेकिन दोनों ने फोन पिक नहीं किया। गब्बर कुवाल ने नोटिस मिलने से इनकार किया। अलबत्ता हेमंतङ्क्षसह चौहान ने जरूर कहा कि उन्हें नोटिस जारी होने की सूचना मिली है। इसमें प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी, प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी का पुतला जलाने, पैरेलल कांग्रेस चलाने का हवाला दिया है। चौहान ने कहा कि हम सबका अभी भी कहना है कि महेश परमार की नियुक्ति संगठन सृजन के तहत नहीं हुई है। यह नियुक्ति राहुल गांधी ने नहीं की है। प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी और जीतू पटवारी दिल पर हाथ रखकर कह दें कि यह नियुक्ति राहुल गांधी ने की है तो हम उसे स्वीकार कर लेंगे। चौहान ने कहा कि नोटिस और जवाब देने का सिलसिला चलता रहता है।
इधर जिलाध्यक्ष महेश परमार ने नोटिस जारी होने पर अनभिज्ञता जाहिर की।









