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सिंहस्थ 2028 की कार्ययोजना के लिए कवायद तेज

पूर्व अनुभव के आधार पर योजना बनाने के लिए टास्क फोर्स का गठन

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अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:प्रदेश सरकार स्तर पर सिंहस्थ 2028 की कार्ययोजना के लिए कवायद तेज हो गई है। धार्मिक न्यास व धर्मस्व डायरेक्टोरेट को भोपाल से उज्जैन शिफ्ट करने की तैयारी और सीएम के ओएसडी की पदस्थापना के बीच पूर्व अनुभव के आधार पर योजना बनाने के लिए सदस्यीय टास्क फोर्स का गठन किया गया है।

 

मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव सिंहस्थ 2028 को ऐतिहासिक बनाने के लिए अभी से तैयारियों में जुट गए हैं, इसलिए यहां होने वाले कामों के साथ समन्वय व निगरानी की व्यवस्था भी तय की जा रही है। प्रदेश सरकार धार्मिक न्यास और धर्मस्व विभाग का डायरेक्टोरेट उज्जैन शिफ्ट करने की तैयारियों के बीच मुख्यमंत्री कार्यालय ने उज्जैन के सिंहस्थ के कामों की मानिटरिंग व समन्वय के लिए एक ओएसडी की तैनाती रिटायर्ड आईएएस आनंद शर्मा के रूप में कर दी है।

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टास्क फोर्स में वरिष्ठ अधिकारी शामिल

सीएम के निर्देश पर दस सदस्यीय टास्क फोर्स का गठन किया जा चुका है। नगरीय विकास विभाग के प्रमुख सचिव को इस टास्क फोर्स कमेटी की समन्वयक बनाया गया है। टास्क फोर्स को जिम्मेदारी सौंपी गई है, कि वह सिंहस्थ 2004 और सिंहस्थ 2016 के दौरान उज्जैन में भूमि तथा सम्पूर्ण मेला क्षेत्र के प्लान का आवंटन और आरक्षण कैसे और किस आधार पर किया गया था, इसका परीक्षण करेगी और अनुभव के आधार पर रिपोर्ट देगी।

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फोर्स की यह भी जिम्मेदारी होगी कि सिंहस्थ के लिए कराए जाने वाले कामों के लिए एजेंसी चयन करें। समय पर काम पूरे कराए। सिंहस्थ 2028 के लिए बनाई गई टास्क फोर्स में अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य विभाग, जल संसाधन विभाग, परिवहन विभाग, धार्मिक न्यास और धर्मस्व विभाग के अलावा प्रमुख सचिव वित्त विभाग, गृह विभाग, ऊर्जा विभाग, पीएचई विभाग, नगरीय विकास और आवास विभाग, संस्कृति और पर्यटन विभाग, लोक निर्माण विभाग और प्रमुख सचिव राजस्व विभाग शामिल हैं। टास्क फोर्स में उज्जैन के संभागायुक्त, आईजी, कलेक्टर और एसपी को भी रखा गया है।

पूर्व संभागायुक्त को जिम्मेदारी

पूर्व संभागायुक्त आनंद शर्मा को मुख्यमंत्री कार्यालय में बनाया गया है। सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा रिटायर्ड़ आईएएस आनंद शर्मा की नियुक्ति मुख्यमंत्री कार्यालय में ओएसडी के रूप में करने के आदेश जारी किए गए हैं। शर्मा सिंहस्थ २०२८ तथा धार्मिक न्यास व धर्मस्व विभाग से संबंधित मामलों में समन्वय का काम करेंगे। शर्मा की नियुक्ति को इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है,क्योंकि मुख्यमंत्री के निर्देश पर धार्मिक न्यास व धर्मस्व विभाग के संचालनालय को भोपाल से उज्जैन शिफ्ट करने की तैयारी है। यह दफ्तर उज्जैन शिफ्ट होने के बाद शर्मा की आगामी भूमिका सामने आएगी।

कई पदों पर सेवा दें चुके है शर्मा

रिटायर्ड आईएएस आनंद शर्मा उज्जैन में संभागायुक्त रहे हैं। संभागायुक्त रहने से पहले शर्मा उज्जैन जिले में कई प्रशासनिक पदों पर सेवा दें चुके है। तत्कालीन शिवराज सरकार में शर्मा को उज्जैन से हटाकर मुख्यमंत्री सचिवालय पदस्थ किया गया था। इसके बाद वे रिटायर हुए तो फिर शिवराज सरकार में ही सीएम सचिवालय में ओएसडी बने थे। बताया जाता है कि उज्जैन में पदस्थापना का लाभ शर्मा को मिला है और मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कमिश्नर रहने के दौरान उनके कामों को देखकर सिंहस्थ के कामों की जिम्मेदारी सौंपी है।

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